बंगाल में बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए ममता बनर्जी ने अपने पुराने सहयोगी मुकुल रॉय की घर वापसी करा दी है. इस मौके पर ममता ने साफ कर दिया कि पार्टी में गद्दारों की घर वापसी नहीं होगी, जिन्होंने पावर और पैसे के लिए विधानसभा चुनावों से पहले टीएमसी के साथ गद्दारी की. मुकुल रॉय को पार्टी में पद देने के सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा कि इस बारे में बाद में फैसला लिया जाएगा. आइडियोलॉजी और पार्टी बदलने के पत्रकारों के सवालों के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी से पूछिए कि वो हर पार्टी को क्यों तोड़ना चाहती है. ममता ने कहा कि और भी बहुत सारे लोग टीएमसी में वापस आने वाले हैं. लेकिन, जिन लोगों ने पैसा और पावर के लिए टीएमसी के साथ गद्दारी की, उन्हें पार्टी में नहीं लेंगे. सिर्फ न्हीं लोगों के नाम पर विचार किया जाएगा, जो टीएमसी के प्रति सॉफ्ट रहे और गद्दारी नहीं की.
मुकुल रॉय के टीएमसी में वापसी के मौके पर ममता बनर्जी ने कहा कि मुकुल घर का लड़का है, घर ही वापस आया है. अभिनंदन है. मुकुल को चमकाकर धमकाकर बीजेपी में ले गए थे. मैंने महसूस किया है टीएमसी में वापस आकर मुकुल को मानसिक शांति मिली है. एक सवाल के जवाब में मुकुल रॉय ने कहा कि अभी जो स्थिति है, उसमें कोई भी बीजेपी में नहीं रहेगा. बीजेपी में शोषण बहुत ज्यादा है. घर वापस आकर अच्छा लग रहा है. ममता बनर्जी ने कहा कि मुकुल रॉय का पार्टी में स्वागत है. मेरा मुकुल के साथ कोई मतभेद नहीं है. टीएमसी सबसे मजबूत पार्टी है.
बता दें कि चार साल पहले ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए मुकुल रॉय शुक्रवार को दोबारा टीएमसी में शामिल हो गए. कोलकाता में टीएमसी के पार्टी दफ्तर में मुकुल रॉय ने ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी में वापसी की. इससे पहले शुक्रवार की दोपहर मुकुल रॉय टीएमसी दफ्तर पहुंचे और ममता बनर्जी सहित टीएमसी के बड़े नेताओं से मुलाकात की. घर से निकलते हुए मीडिया से बातचीत में मुकुल रॉय ने साफ कर दिया कि वे टीएमसी दफ्तर जा रहे हैं. इस बीच ममता बनर्जी ने पार्टी दफ्तर में टीएमसी की बड़ी बैठक बुलाई थी और मुकुल रॉय के औपचारिक रूप से पार्टी ज्वॉइन करने से पहले पार्टी की लंबी बैठक चली. मुकुल रॉय के साथ उनके बेटे शुभ्रांशु रॉय भी टीएमसी में शामिल हुए हैं.
विधानसभा चुनावों के बाद से ही राज्य में पहले ही बीजेपी के करीब 33 विधायकों के पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आ रही थीं. हालांकि, एक फेसबुक पोस्ट के बाद यह भी कहा जा रहा था कि मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय टीएमसी में शामिल हो सकते हैं. उस दौरान भी मुकुल रॉय को लेकर चर्चाएं नहीं हो रही थीं.
बीते दिनों टीएमसी सांसद और वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने एक साक्षात्कार में दावा किया था कि कई लोग अभिषेक बनर्जी के संपर्क में हैं. रॉय इस बार नादिया जिले के कृष्णा नगर उत्तर प्रदेश सीट से चुनावी मैदान में थे. उन्होंने टीएमसी उम्मीदवार कौसानी मुखर्जी को हराया था.