केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से कक्षा 12 के लिए इवैल्यूएशन क्राइटेरिया बोर्ड द्वारा एक सप्ताह पहले जारी किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने पहले 17 जून को 30:30:40 का क्राइटेरिया स्वीकार किया था. हालांकि, अदालत ने बोर्ड से शिकायत निवारण तंत्र, वैकल्पिक परीक्षा की तारीख आदि जैसी कुछ चीजों को शामिल करने के लिए कहा था. एससी ने आज 21 जून 2021 को प्रस्तावित पहलुओं पर फैसले लिए.
आज के फैसले में कोर्ट का रुख
सीबीएसई के बारहवीं की परीक्षा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो सीबीएसई की योजना और छात्रों की ओर से दाखिल फिजिकल इम्तिहान की याचिका का बिंदुवार अध्ययन करेगा.
इच्छुक छात्रों को डबल मास्क के साथ इम्तिहान देने की इजाजत
याचिकाकर्ता यूपी पेरेंट्स एसोसिएशन की ओर से सीनियर एडवोकेट विकास सिंह ने कहा कि इच्छुक छात्रों को डबल मास्क के साथ इम्तिहान देने की इजाजत मिलनी चाहिए. पूर्व छात्रों के प्राप्तांक का आधार कैसे होगा?
उठाए गए मुद्दों, सवालों और सुझावों का बिंदुवार अध्ययन करेंगे
बारहवीं के इम्तिहान और नतीजे काफी अहम होते हैं. इसमें ऐसा फार्मूला सही नहीं हो सकता. इससे भविष्य में मुकदमों की बाढ़ आ जाएगी. कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद कहा कि वो दोनों हलफनामों में उठाए गए मुद्दों, सवालों और सुझावों का बिंदुवार अध्ययन करेंगे. इसके बाद ही समझ में आएगा कि समस्या क्या है और समुचित समाधान क्या हो! ऐसे ही किसी के ख्याल, आशंका या विचार का कोई मतलब नहीं है.
इससे पहले SC ने सीबीएसई से सीबीएसई कक्षा 12 मूल्यांकन मानदंड पर एक विवाद समाधान समिति (dispute resolution committee) के लिए एक प्रावधान ( provision) बनाने के लिए कहा था. समिति का उद्देश्य छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों पर उनकी शिकायतों का समाधान करना होना चाहिए. इसने बोर्ड को परिणामों की घोषणा और वैकल्पिक परीक्षा (optional examination) के लिए एक निश्चित समयसीमा घोषित करने का भी निर्देश दिया था.
बोर्ड परीक्षा से संबंधित SC में इन मुद्दों पर भी थी सुनवाई की संभावना
सीबीएसई कक्षा 12 मूल्यांकन मानदंड पर अंतिम स्टैंड लेने और शिकायत निवारण तंत्र स्थापित करने के अलावा, एससी आज 21 जून 2021 को राज्य बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित निर्देश भी पारित करेगा. सीबीएसई कक्षा 12 के छात्र कंपार्टमेंटल परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं, SC से इस पर भी दायर याचिका पर सुनवाई की उम्मीद जताई जा रही थी.
अधिकांश राज्यों ने अपनी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. एससी से कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा से संबंधित शेष राज्यों के लिए आवश्यक कदमों पर फैसला लेने की भी उम्मीद थी. इससे पहले, SC ने CBSE के 30:30:40 मूल्यांकन मानदंडों को स्वीकार किया था.