कोरोना काल में ज्यादा से ज्यादा लोग डिजिटल बैंकिंग की सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। इस सुविधा के लिए इंडियन फाइनेंशियल सर्विस कोड (IFSC) बेहद अहम होता है। लेकिन केनरा बैंक ने ग्राहकों को सूचित किया है कि सिंडिकेट बैंक का आईएफएससी कोड एक जुलाई 2021 से अमान्य हो जाएगा। इसलिए अगर आपका खाता भी सिंडिकेट बैंक में है, तो ये खबर आपके लिए बेहद अहम है।
क्या करें बैंक ग्राहक?
सिंडिकेट बैंक का मर्जर केनरा बैंक में हुआ है, जिसके बाद भी ग्राहक पुरानी चेकबुक का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन आप सिर्फ 30 जून यानी कल तक ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। केनरा बैंक ने कहा है कि SYNB से स्टार्ट होने वाले सभी IFSC कोड एक जुलाई से काम नहीं करेंगे। ग्राहकों की पुरानी चेकबुक 30 जून तक ही काम करेगी। इसके बाद ग्राहक इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसलिए बैंक ग्राहक तुरंत इसे अपडेट कराएं। आप कल तक ही इसे अपडेट करा सकते हैं।
क्यों बदल रहा है कोड?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2019 में 10 सरकारी बैंकों को चार बड़े बैंकों में विलय करने की घोषणा की थी। विलय अप्रैल 2020 में लागू हुआ था। विलय होने के बाद खाताधारकों के आईएफएससी कोड में बदलाव होने की वजह से यह अमान्य हो जाएगा।
क्या है आईएफएससी कोड?
भारतीय वित्तीय प्रणाली कोड (IFSC) एक यूनिक 11-डिजीट अल्फान्यूमेरिक कोड होता है जिसका उपयोग एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस के माध्यम से किए गए डिजिटल लेनदेन के लिए किया जाता है।
इन बैंकों का भी हुआ विलय
केनरा बैंक के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, विजया बैंक, कॉर्पोपेशन बैंक, आंध्रा बैंक, सिंडिकेट बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक के ग्राहक शामिल हैं। इन बैंकों का अन्य बैंकों में विलय कर दिया गया था। एक अप्रैल 2021 से ही बैंकों का आईएफएससी और एमआईसीआर कोड अपडेट होना शुरू हुआ है। बैंकों के लिए एनपीए बड़ी समस्या है। बैंकों के विलय से एनपीए की समस्या से निजात मिलेगी।