भारत में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि अब एक बार फिर देश में वैक्सीन की किल्लत हो गई है। दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों ने वैक्सीन का स्टॉक खत्म होने की जानकारी दी है। ऐसे में महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में आज यानी बुधवार को वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहे। लोग टीका लगवाने तो आए लेकिन निराश होकर वापस लौट गए।
दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा करते हुए कहा है कि वैक्सीन की सप्लाई दिल्ली में लगभग खत्म है। गुरुवार से अधिकतर वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन नहीं होगी। जुलाई का कोटा जब तक नहीं आ जाता तब तक वैक्सीनेशन को रोकना पड़ेगा।
पंजाब: कांग्रेस शासित राज्य पंजाब में भी वैक्सीन की किल्लत हो गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से और वैक्सीन मुहैया करवाने की मांग की है ताकि 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों का अगले दो महीनों में टीकाकरण किया जा सके।
राजस्थान: राजस्थान की राजधानी जयपुर में वैक्सीन नहीं है जिस वजह से सोमवार के बाद मंगलवार को भी टीकाकरण केंद्र नहीं खुले। राज्य में वैक्सीन की कमी के चलते सोमवार को दो लाख और मंगलवार को 60 हजार डोज लग सकीं।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के नागपुर में वैक्सीन की कमी होने से कई वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहे। लोग घंटों लाइन में खड़े होकर इंतजार करते रहे जिसके बाद वह वापस लौट गए।
झारखंड: मंगलवार को झारखंड में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक लगभग खत्म हो गया। राज्य में बुधवार से टीकाकरण लगभग बंद ही है। अब राज्य को 2 जुलाई को ही निर्धारित शेड्यूल के तहत 6 लाख डोज कोविशील्ड वैक्सीन मिल सकेगी।
गुजरात: वैक्सीन की कमी के चलते अहमदाबाद में वैक्सीनेशन सेंटर वीरान पड़े हैं। यहां के रहने वाले एक शख्स ने कहा कि वैक्सीनेशन सेंटर पर हमारी सहायता के लिए कोई नहीं है। मैंने खुराक ले ली है, लेकिन मैं अपनी पत्नी को टीका लगवाने के लिए यहां लाया था।
कर्नाटक: कोविड टीके का पर्याप्त भंडार नहीं होने के कारण अब कर्नाटक में भी अक्तूबर तक 80 फीसदी अडल्ट आबादी को वैक्सीन लगा देने का लक्ष्य बहुत कठिन दिखने लगा है। राज्य सरकार ने तीसरी लहर की आशंका खत्म करने के लिए यह लक्ष्य रखा था।