कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट अब तक भारत समेत 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। ये मूल वायरस से ढाई गुना ज्यादा संक्रामक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के ताजे आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का अब तक सबसे ज्यादा संक्रामक डेल्टा वेरिएंट अब लगभग 100 देशों में फैल गया है। डेल्टा वेरिएंट का पहला केस फरवरी 2021 में सबसे पहले भारत में पाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक मूल वायरस की तुलना में डेल्टा वेरिएंट ढाई गुना अधिक संक्रामक माना जा रहा है। डेल्टा वेरिएंट भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, रूस, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते केसों के पीछे यही वेरिएंट जिम्मेदार है।
Coronavirus: Delta Variant दुनिया के 100 देशों में फैला, WHO ने चेताया | वनइंडिया हिंदी
ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इन्फ्लुएंजा डेटा (GISAID) ने अपने रिसर्च में कहा है कि पिछले चार हफ्तों में भारत के 224 जीनोम अनुक्रमण मामलों में जितने भी केस सामने आए हैं, उसमें से 67 प्रतिशत केस डेल्टा से संबंधित हैं। GISAID एक ऐसी संस्था है जो वायरस वेरिएंट में जीनोम को ट्रैक करता है।
एक नई रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि डेल्टा वेरिएंट भारत, यूके, रूस, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका समेत अन्य देशों में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। 29 जून 2021 तक के आंकड़ों से पता चला है कि यूके और सिंगापुर में डेल्टा वेरिएंट के जीनोम से जुड़े 90 प्रतिशत से अधिक मामले सामने आए हैं।
डेल्टा वेरिएंट (बी.1.617.2) भारत में विनाशकारी कोरोना की दूसरी लहर के पीछे की सबसे बड़ी वजह है। डेल्टा वेरिएंट (बी.1.617.2) अब AY.1 और AY.2 में बदल गया है। डेल्टा प्लस वेरिएंट भी डेल्टा वेरिएंट का ही एक म्यूटेंट है।
डब्ल्यूएचओ ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। 29 जून 2021 तक 96 देशों में डेल्टा वेरिएंट पाया गया है।