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मौसम की मार:चार लोगों की मौत और चार लापता, प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद होने से फंसे यात्री

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उत्तराखंड में बारिश ने भारी तबाही मचाई। बागेश्वर जिले के सुमगढ़ गांव में भूस्खलन से ढहे मकान में दबकर पति-पत्नी और सात वर्षीय बेटे की मौत हो गई। जबकि, पूर्णागिरी दर्शन से लौट रहे युवक-युवती की बाइक टनकपुर के पास उफनाते नाले में बह गई। इससे युवती की मौत हो गई। अल्मोड़ा के मरचूला में रामगंगा के तेज बहाव में पिता-पुत्र बह गए। उधर, ऋषिकेश में दो पर्यटक गंगा में बह गए। उधर लोनिवि के प्रमुख अभियंता हरिओम शर्मा ने बताया कि बारिश और भूस्खलन से राज्य में करीब 85 सड़कें बंद हैं। इन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं।

सुमगढ़ के ऐठाण बण तोक में गोविंद सिंह पंडा का घर भूस्खलन के चलते जमींदोज हो गया। इसके मलबे में दबने से गोविंद सिंह पंडा (40), उनकी पत्नी खष्टी (35) व पुत्र हिमांशु (7) की मौत हो गई। उधर, मां पूर्णागिरी के दर्शन कर लौट रही लालकुआं की आरती (22)पुत्री कोमल यादव की रविवार सुबह उफनाये नाले की चपेट में आने से मौत हो गई। उधर, अल्मोड़ा के मरचूला में रामगंगा नदी में नहाते वक्त मुरादाबाद निवासी राजेश कुमार और उनका आठ साल का बेटा बह गए। दोनों की तलाश जारी है। इधर लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के मस्तराम घाट पर नहाते समय शामली के दो युवक डूब गए। जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने दोनों की तलाश कर रही है।

कैम्पटी फॉल, सहस्रधारा और गुच्चूपानी बंद: मसूरी के कैम्पटी फॉल में शनिवार देर रात जलस्तर बढ़ने के कारण रविवार को पर्यटकों के झील पर जाने से रोक लगा दी गई। सहस्रधारा, गुच्चूपानी में भीपर्यटकों नहीं जाने दिया गया।