मोहनिया समेकित जांच चौकी पर अहले सुबह रूटीन चेकिंग हो रही थी. गुप्त सूचना मिली थी कि शराब की बड़ी खेप पार होने वाली है. इसके बाद यह कार्रवाई की गई.
कैमूरः मोहनिया समेकित जांच चौकी पर उत्पाद विभाग और पुलिस की टीम ने बुधवार को अहले सुबह वाहन चेकिंग के दौरान एक ट्रक से शराब की बड़ी खेप को जब्त किया है. एक अनुमान के मुताबिक शराब की कीमत 50 लाख रुपये आंकी गई है. इसे बिहार में पंचायत चुनाव में खपाने की तैयारी की जा रही थी.
गुप्त सूचना के आधार पर गुड़गांव (हरियाणा) से बिहार की राजधानी पटना ले जाने के क्रम में जलजीरे की बोतल लदे ट्रक से 410 कार्टन शराब मिली. इस मामले में पकड़े जाने के बाद ट्रक के चालक ने कहा कि यह शराब गुड़गांव से बिहार के पटना पहुंचाना था. पटना के बाद शराब तस्कर के द्वारा किसी दूसरे के माध्यम से फिर इसे मुजफ्फरपुर के इलाके में शिफ्ट करना था. शराब के ऊपर जलजीरे की बोतल रखी गई थी ताकि किसी को पता ना चले.
गुप्त सूचना पर उत्पाद विभाग व पुलिस को मिली कामयाबी
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने कहा कि समेकित जांच चौकी पर अल सुबह रूटीन चेकिंग हो रही थी. गुप्त सूचना मिली थी कि शराब की बड़ी खेप पार होने वाली है. ट्रक जब चेक पोस्ट पर पहुंचा तो संदेह होने पर उसकी जांच की गई. ट्रक पर जलजीरे की बोतल थी. ठीक से जांच की गई तो उसके नीच से 410 कार्टन शराब मिली. इसके बाद चालक भीमसेन को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. वह चंडीगढ़ का रहने वाला है.
जब्त की गई शराब की कीमत 50 लाख रुपये के करीब है. उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि इस हफ्ते दो ट्रकों से करीब एक करोड़ रुपये की शराब जब्त की है. अभी बिहार में पंचायत चुनाव की सरगर्मी बढ़ रही है इसलिए गहनता से जांच की जा रही है. इतने बड़े पैमाने पर शराब ले जाना चुनाव में खपाने की कोशिश है.