ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले महाराष्ट्र सरकार की चिंता बढ़ा रहे हैं. सरकार इस पर काबू पाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है.
मुंबईः देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना के मामले स्थिर नज़र आ रहे हैं पर राज्य के कई शहरों में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना के इन बढ़ते मामलों के अलावा महाराष्ट्र में बढ़ते ब्लैक फंगस के मामले भी चिंता बढ़ा रहे हैं.
महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के अब तक कुल 9,268 मामले सामने आए है और ब्लैक फंगस की वजह से 112 लोगो की मौत हुई है. ब्लैक फंगस से 5091 लोग ठीक होकर अपने घर लौट गए और अभी 2900 लोगो का इलाज चल रहा है. ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले नागपुर, पुणे, औरंगाबाद, नाशिक, सोलापुर और मुंबई में है. ब्लैक फंगस के मामलों में मृत्यु दर 12% है.
महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस से सबसे ज्यादा प्रभावित मामलों में नागपुर पहले और पुणे दूसरे स्थान पर हैं. ब्लैक फंगस के नागपुर में 5121 मामले सामने आए है जिसमे 152 लोगो की मौत हुई हैं. पुणे में 1241 केस में से 163 लोगो की मौत, औरंगाबाद में 1043 केस में से 99 लोगो की मौत, नाशिक में 659 केस में से 72 लोगो की मौत, मुंबई में 620 केस में से 104 लोगो की मौत, सोलापुर में 589 केस में से 81 लोगो की मौत हुई हैं.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर, पुणे, सांगली जिले में कोरोना थमने का नाम नही ले रहा है. इन जिलो में कोरोना के एक्टिव केसेस भी बढ़ रहे है. मुंबई में कोरोना के कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 11,088 है.