कांग्रेस के राज्य में 11 में से नौ सांसदों ने प्रताप सिंह बाजवा के आवास पर बैठक की। बताया जा रहा है कि उन्होंने मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर के चर्चा की। राज्य में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टकराव चरम पर है पंजाब कांग्रेस में जारी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। आलम ये है कि रोजाना पंजाब कांग्रेस में कुछ न कुछ ऐसा होता है कि वो सुर्खियां बटोर लेता है। रविवार को कांग्रेस के राज्य में 11 में से नौ सांसदों ने प्रताप सिंह बाजवा के आवास पर बैठक की। बताया जा रहा है कि उन्होंने मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर के चर्चा की। हालांकि यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है जब राज्य में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टकराव अपने चरम पर है। नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है सांसदों ने कहा कि यह बैठक सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र के मुद्दों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी पार्टी सांसदों की बैठक कर रही हैं। पार्टी में फेरबदल से पहले रणनीति बनाने के लिए सिंह और सिद्धू द्वारा चंडीगढ़ और पंजाब में अन्य जगहों पर कई बैठकें हुई हैं। सिंह ने सिद्धू को प्रदेश इकाई का प्रमुख बनाए जाने के लिए पार्टी नेतृत्व के सामने कुछ शर्तें रखी हैं, जिसमें सिद्धू का उनके खिलाफ किए गए हमलों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगना शामिल है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर बाजवा ने संवाददाताओं से कहा, ”पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा किया गया कोई भी निर्णय सभी को स्वीकार्य होगा।” उन्होंने कहा कि संसद सत्र के मद्देनजर और उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा के लिए बैठक बुलायी गयी थी। बाजवा ने कहा कि पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी नहीं है और नेतृत्व ने कहा है कि चुनाव मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लड़ा जाएगा उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी का नया प्रदेश प्रमुख होगा, वह पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री के साथ काम करेंगे। बाजवा भी मैदान में उतर चुके हैं और उन्होंने कई बैठकें की हैं। उन्होंने शनिवार शाम मुख्यमंत्री के साथ बैठक की। पार्टी के कुछ नेता कह रहे हैं कि अगर एक जाट सिख को पीसीसी प्रमुख बनाया जाना है, तो बाजवा को क्यों नहीं, जो पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने बैठक के दौरान पार्टी के सांसदों की एक तस्वीर ट्वीट की और कहा कि पंजाब के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों ने पंजाब की स्थिति और मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की। बाजवा के आवास पर मौजूद पार्टी के सांसदों में परनीत कौर, शमशेर सिंह दुल्लो, रवनीत सिंह बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला, जसबीर सिंह गिल, चौधरी संतोख सिंह और मोहम्मद सादिक के अलावा तिवारी और बाजवा शामिल थे।