पूर्व स्कूल टीचर लैरी चेन (Larry Chen) दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक थे, लेकिन उन्होंने अपने अरबपति का दर्जा खो दिया है क्योंकि चीन अपने निजी शिक्षा क्षेत्र पर नकेल कसता जा रहा है. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार गौटू टेकेडु इंक (Gaotu Techedu Inc) के संस्थापक, चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेन की वर्थ अब 336 मिलियन डॉलर है. शुक्रवार को न्यूयॉर्क के कारोबार में उनकी ऑनलाइन-ट्यूटरिंग फर्म के शेयरों में लगभग दो-तिहाई की गिरावट आई.
शनिवार को चीन ने नए नियम जारी किए जो उन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाते हैं जो स्कूल के पाठ्यक्रम को मुनाफा कमाने, पूंजी जुटाने या सार्वजनिक करने से रोकती हैं. चेन के लिए यह लगाया झटका है. इससे पहले जनवरी के अंत से गौटू स्टॉक में गिरावट के बाद से 15 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति गिरी है. चेन ने शनिवार देर रात वीबो पर एक बयान में कहा, गौटू नियमों का पालन करेगा और सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करेगा.” चेन अकेले व्यक्ति नहीं जिन्होंने अपनी संपत्ति को गिरते देखा है.
शुक्रवार को न्यूयॉर्क में कंपनी के शेयरों में 71 फीसदी की गिरावट के बाद टीएएल एजुकेशन ग्रुप के सीईओ झांग बैंग्सिन की संपत्ति 2.5 बिलियन डॉलर गिरकर 1.4 बिलियन डॉलर हो गई. न्यू ओरिएंटल एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप इंक के चेयरमैन यू मिनहोंग ने भी अपना अरबपति स्टेटस खो दिया.