राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) लगातार भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर अपना डंडा चला रहा है बावजूद इसके वे रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं. इसी कड़ी में एसीबी ने आज भारत-पाक सीमा पर बसे बाड़मेर में रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और उसके दलाल (Enforcement officers and brokers) को एक राशन डीलर से चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. अधिकारी और दलाल रिश्वत की यह राशि राशन की दुकान के परिवर्तन की एवज में ले रहे थे. ब्यूरो की कार्रवाई के बाद रसद विभाग में हड़कंप मच गया. एसीबी ने अधिकारी और दलाल दोनों को अलग अलग जगहों से हिरासत में लिया है.
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास सूंडा के निर्देशन में ब्यूरो के निरीक्षक मुकुंदान ने इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूंडा ने बताया कि परिवादी हरखाराम ने अपनी राशन की दुकान का स्थान परिवर्तन करने के लिए रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी हरलाल मीणा से संपर्क साधा था. इस पर उसने हरखाराम को राशन डीलर प्रकाश जैन से मिलने के लिए कहा. परिवादी ने प्रकाश जैन से संपर्क किया तो उसने 4 हजार रुपये की रिश्वत मांगी.
प्रवर्तन अधिकारी मीणा को कार्यालय से किया गिरफ्तार
इस पर हरखाराम ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से की. एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया तो वह सही पाई गई. उसके बाद ब्यूरो ने गुरुवार को अपना जाल बिछाकर ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया. ब्यूरो की टीम ने प्रवर्तन अधिकारी हरलाल मीणा के दलाल प्रकाश जैन को हरखाराम से 4 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. प्रकाश जैन से पूछताछ के बाद रिश्वत की राशि के लिए हां भरने वाले प्रवर्तन अधिकारी हरलाल मीणा को उसके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया.
प्रवर्तन अधिकारी के आवास की ली जा रही है तलाशी
एसीबी टीम प्रवर्तन अधिकारी हरलाल मीणा के बाड़मेर आवास पर दबिश देकर वहां की तलाशी लेने में जुटी है. गौरतलब है कि कुछ माह से एसीबी बाड़मेर जिले में भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ लगातार शिकंजा कसती जा रही है, लेकिन फिर भी रिश्वतखोर कार्मिकों में कोई भय नजर नहीं आ रहा है.