भारी बारिश के बावजूद मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कुछ जिलों में सूखे के हालात बन सकते हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों पर गौर करें तो यह साफ है कि अगर आने वाले एक पखवाड़े में बारिश नहीं होती है तो प्रदेश के करीब 14 जिले ऐसे हैं जो सूखे की चपेट में आ सकते हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, एमपी में अब तक 685.5 मिलीमीटर बारिश हुई है. सामान्य बारिश का आंकड़ा 708.7 मिलीमीटर है. इस लिहाज से अब तक प्रदेश में सामान्य से 3 फीसदी कम बारिश हुई है. प्रदेश के 14 जिले ऐसे हैं जहां 20 से 43% तक सामान्य से कम बारिश हुई है.
हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक अभी बारिश की उम्मीद पूरी तरीके से खत्म नहीं हुई है. बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई जा रही है. अगर यह कम दबाव का क्षेत्र बनता है तो 27 अगस्त के बाद दो या तीन दिन तक तेज बारिश हो सकती है, जिससे काफी हद तक हालात सामान्य हो सकते हैं. मौसम विभाग की मानें तो अभी तक बंगाल की खाड़ी में 5 सिस्टम बने हैं. इनमें से पिछले दिनों कम दबाव का क्षेत्र लगभग 10 दिन तक ग्वालियर चंबल संभाग में ही स्थिर रहा था, जिस वजह से वहां बाढ़ की स्थिति बन गई थी.
अच्छी बारिश की उम्मीद
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के 14 जिले ऐसे हैं, जहां पर सामान्य से कम बारिश हुई है. इनमें इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, हरदा, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट जैसे जिले शामिल हैं. इन जिलों में ही अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर किसानों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है.