वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन (China) एक बार फिर अपनी ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है. चीन की किसी भी हरकत का माकूल जवाब देने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) तैयार है. बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) का आज से लद्दाख (Ladakh) में दो दिवसीय दौरा शुरू हो रहा है. सेना प्रमुख नरवणे अपने लद्दाख दौरे के दौरान सबसे कठिन इलाकों और खराब मौसम में बीच सीमा पर तैनात सिपाहियों से बातचीत करेंगे.
बता दें कि चीन ने एक बार फिर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी नापाक हरकत शुरू कर दी है. चीन की ओर से लद्दाख बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सैनिकों की संख्या और हथियारों का जखीरा बढ़ाया जा रहा है. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जिस तरहसे चीन की ओर से दबाव बनाया जा रहा है उसे देखते हुए थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे का यह दौरा अहम माना जा रहा है.
General MM Naravane, Chief of Army Staff is on a two-day visit to Ladakh Sector to review the prevailing security situation and operational preparedness. He will also interact with troops deployed in the harshest terrain & weather conditions: Indian Army
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— ANI (@ANI) October 1, 2021
इससे पहले अप्रैल महीने में सेना प्रमुख एम एम नरवणे ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्रों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था. इस दौरान सेना प्रमुख ने सैनिकों से बात की थी और कठिन और ऊंचाई वाले इलाकों और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों में भी तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए उनकी तारीफ की थी.
बता दें कि विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को चीन के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें कहा गया था कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हालात के लिए भारत जिम्मेदार है. विदेश मंत्रालय ने सीमा विवाद पर चीन के बयान को फिर खारिज किया. मंत्रालय ने कहा-पूर्वी लद्दाख में चीन की तरफ से यथा स्थिति में एकतरफा बदलाव की कोशिश और चीन की तरफ से सैनिकों के जमावड़े की वजह से सीमा पर अशांति फैली. सीमा पर चीन की तरफ से सैन्य टुकड़ी और अस्त्र शस्त्र की तैनाती जारी है. चीनी कार्रवाई के जवाब में भारत की तरफ से भी उचित तैनाती की गई. चीनी पक्ष से जल्द समाधान के लिये कार्य करने की उम्मीद है ताकि पूर्वी लद्दाख में बाकी मसले हल हों.