भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम उल्लंघन की आड़ में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की दो कोशिशों को कामयाब बनाना चाहा और भारतीय सेना ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें इस तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होने के लिए कहा है.
सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने यहां एक विशेष साक्षात्कार में एएनआई को बताया, “इस साल फरवरी से जून के अंत तक पाकिस्तानी सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था, लेकिन हाल ही में घुसपैठ के प्रयासों में वृद्धि हुई है जो संघर्ष विराम उल्लंघन द्वारा समर्थित नहीं थे.”
उन्होंने आगे कहा, “पिछले दस दिनों में दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है. यह वैसे ही हालात हैं, जैसे फरवरी से पहले के दिनों में थे.” उनकी टिप्पणी तब आई जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में हालिया तेजी और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ के प्रयासों का समर्थन कर रही है.
भारत और पाकिस्तान ने इस साल फरवरी में एक समझौता किया था जिसके बाद सीमा पर दोनों पक्षों की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन का कोई मामला सामने नहीं आया. पाकिस्तानी सेना ने भारतीय चौकियों पर गोलीबारी करके उनका ध्यान भटकाकर आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों को समर्थन देना भी बंद कर दिया था, लेकिन यह प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है.