केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के एक डेल्टा सबवेरिएंट पर एक्सपर्ट्स की जांच जारी है. दुनियाभर में तहलका मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) का ये सबवेरिएंट AY.4.2 यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिला है. स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कमेटी कोवैक्सीन को इमरजेंसी यूज लाइसेंस देने पर आज फैसला कर सकती है.
डेल्टा के सब वेरिएंट पर मंडाविया बोले-AY.4.2 नाम के एक नए कोरोना वेरिएंट पर आईसीएमआर और एनसीडीसी की टीमें स्टडी करेंगी और अन्य वेरिएंट से अंतर पर विश्लेषण करेंगी. दरअसल डेल्टा वेरिएंट से पैदा हुए चिंताजनक हालात के बाद सबवेरिएंट को लेकर भी आशंकाएं जाहिर की जा रही हैं. इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट ही प्रभावी है.
कोवैक्सीन को मंजूरी पर क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री
वहीं भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की इमरजेंसी यूज के लिए भी प्रयास जारी हैं. कंपनी की तरफ से वैक्सीन से संबंधित सभी डेटा WHO को सौंपे जा चुके हैं. अब स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है – WHO का एक सिस्टम है जिसमें टेक्निकल कमेटी है जिसने कोवैक्सीन को अप्रूव कर दिया है. अन्य कमेटियों की बैठक आज है. कोवैक्सीन को आज की बैठकों के आधार पर ही अप्रूवल दिया जाएगा.
मंजूरी मिली तो कोवैक्सीन के लिए होगी बड़ी कामयाबी
बता दें कि कोवैक्सीन को मंजूरी पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की बैठक आज है. अगर इस बैठक कोवैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो देश में इस वैक्सीन से वैक्सीनेशन करवाने वालों को काफी राहत मिल जाएगी. दरअसल WHO की इस मंजूरी के बाद कोवैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन करवाने वालों को विदेशी यात्रा में काफी आसानी हो जाएगी.
दरअसल देश में अब कई महीने बाद एक बार फिर वैक्सीन निर्यात शुरू कर दिया गया है. इस क्रम में कोवैक्सीन का निर्यात भी किया गया है. अगर कोवैक्सीन को मंजूरी मिलती है तो इसके निर्यात के मामले में भी स्वीकार्यता बढ़ेगी.