कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Coronavirus Variant Omicron) के सामने आने से दुनियाभर में दहशत फैल गई है. दुनिया के कई देश अलर्ट पर हैं. इसी बीच भारत में भी ताबड़तोड़ बैठकों का दौर शुरू हो गया है. कोरोना का नया वेरिएंट (Coronavirus New Variant) मिलने के बाद भारत दोबारा से इंटरनेशनल फ्लाइट्स के संचालन पर विचार कर सकता है. ओमिक्रॉन वेरिएंट पर हुई आपात बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है, केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के कोरोना टेस्टिंग और निगरानी के लिए एसओपी की समीक्षा करेगी. खासकर उन देशों की पहचान की जाएगी, जहां कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे हैं और उन्हें जोखिम की श्रेणी में रखा गया है.
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के एक नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने मद्देनजर वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के निर्णय और आने वाले यात्रियों, खासकर ‘जोखिम’ श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले लोगों की जांच और निगरानी करने संबंधी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की समीक्षा करने का रविवार को फैसला किया. आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई एक अत्यावश्क बैठक में इस बारे में निर्णय लिए गए और इसमें विभिन्न हितधारक शरीक हुए.
यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के नए चिंताजनक स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के चलते की गई उच्चस्तरीय समीक्षा के एक दिन बाद हुई. बीस महीने से अधिक समय के लंबे अंतराल के बाद, सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा.
यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के नए चिंताजनक स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के चलते की गई उच्चस्तरीय समीक्षा के एक दिन बाद हुई. बीस महीने से अधिक समय के लंबे अंतराल के बाद, सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा.