कोविड के नए स्वरूप ओमिक्रॉन (Omicron) की दहशत पूरे दुनिया में छाई हुई है. ओमिक्रॉन (Omicron Cases) के बढ़ते मामलों के बीच एक सबसे बड़ा सवाल सामने आ रहा है कि क्या कोविड-19 की वैक्सीन ओमिक्रॉन (Covid Vaccine Against Omicron) के खिलाफ कारगर होगी या नहीं. जिन लोगों ने वैक्सीन की पूरी डोज ले ली है क्या वे ओमिक्रॉन के संक्रमण से सुरक्षित हैं या नहीं. इन्हीं सवालों पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेडकर ने रविवार को न्यूज 18 इंडिया से कई बड़ी बातें कहीं. डॉ. गंगाखेडकर ने कहा कि SARS-CoV-2 के नए वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन आंशिक रूप से सुरक्षा प्रदान कर सकती है.
पिछले साल कोविड महामारी के दौरान शीर्ष चिकित्सा अनुसंधा एजेंसी का मुख्य चेहरा रहे गंगाखेडकर ने कहा कोविड का नया संस्करण जो कि दक्षिण अफ्रीका के बोत्सवाना में पाया गया अगर इसके मामले बढ़ते हैं तो सरकार को इसकी टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी.
कोविड नियमों का पालन बहुत जरूरी
गंगाखेडकर ने इस बात पर जोर दिया कि संक्रमण का ग्राफ गिरने के बाद कुछ लोग मास्क लगाने और हाथों की सफाई करने में लापरवाही बरत रहे हैं यह हमारे लिये एक बड़ा संकट खड़ा कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस समय मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और कोरोना के खिलाफ बुनियादी नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है.
इन लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है ओमिक्रॉन
उन्होंने News18.com को बताया, “ओमिक्रॉन उन सभी लोगों के लिए ज्यादा घातक हो सकता है जो कि कमजोर हैं या फिर जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की डोज नहीं ली है. “हर किसी को खुद को वायरस से बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए और वायरस को अपने शरीर के अंदर प्रवेश करने, दोहराने और इस तरह आगे बढ़ने का अवसर प्रदान नहीं करना चाहिए.