फेसबुक हाई रिस्क वाले अकाउंट्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक नया प्रोग्राम लेकर आया है जिसका नाम है, फेसबुक प्रोटेक्ट (Facebook Protect). अब भारत समेत इसे दूसरे देशों में इसे चलाया जाएगा. इसे पहली बार अमेरिका में 2018 में टेस्ट किया गया था और यूएस 2020 के चुनावों के दौरान इसका बड़े स्तर पर विस्तार किया गया था. कंपनी की योजना साल के अंत तक इसे लगभग 50 देशों में लागू करने की है.
फेसबुक के हैड ऑफ सिक्योरिटी नथानिएल ग्लीचर के मुताबिक, “फेसबुक प्रोटेक्ट उन लोगों के लिए एक सिक्योरिटी प्रोग्राम है जो हैकर्स या दूसरे खतरों के टारगेट पर होने की संभावना रखते हैं. इनमें मानवाधिकार से जुड़े लोग, पत्रकार, एक्टिविस्ट और वो लोग जो अक्सर पब्लिक डिबेट के सेंटर में होते हैं, इसमें शामिल हैं. वे सरकारों और कंपनियों को जवाबदेह ठहराते हैं.”
साइबर अटैक से बचाएगा
फेसबुक प्रोटेक्ट के पार्ट के रूप में, जो यूजर इन ग्रुप में आते हैं, उन्हें जल्द ही फेसबुक से ‘फेसबुक प्रोटेक्ट’ विकल्प चालू करने के लिए कहने वाला एक ऑप्शन दिखाई देने लगेगा. यह प्रोग्राम उनके अकाउंट्स को साइबर अटैक से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है और यह भी जरूरी है कि यूजर्स अपने अकाउंट के लिए टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें. 2FA के बाद अकाउंट लॉगिन करने के लिए SMS या फिर थर्ड पार्टी ऐप के माध्यम से OTP की जरूरत होगी. फेसबुक प्रोटेक्ट अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उनके अकाउंट मॉनिटर भी करता है.