ये सही है कि कोविड-19 महामारी (Covid 19 Pandemic) ने कारोबार और नौकरीपेशा जगत को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. बड़ी संख्या में लोगों के कारोबार ठप हो गए और लाखों की तादाद में लोग बेरोजगार हो गए. हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू (HBR) के अनुसार इन दिनों नौकरीपेशा लोग एक तनाव में हैं. मैनेजर्स को तो कई तरह का तनाव झेलना पड़ रहा है. कंपनी के टॉप मैनेजमेंट का सारा दबाव प्रबंधकों के ऊपर होता है और प्रबंधक इस तनाव को कर्मचारियों के ऊपर निकालते हैं. कभी-कभी इस तनाव के चलते कर्मचारी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ता है. प्रबंधकों के ऊपर भी हर समय कंपनी से निकाले जाने की तलवार लटकी रहती है.
ताजा मामला न्यूयॉर्क का है जहां एक कंपनी ने जूम कॉल पर ही अपने 900 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी. यह मामला मीडिया में सुर्खी बना हुआ है. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, जूम वेबिनार पर एक कंपनी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने कंपनी के 900 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया है. सीईओ ने बताया कि वेबिनार के जरिए कंपनी के कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है.
दुर्भाग्यशाली ग्रुप
कंपनी ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने जूम कॉल के दौरान कहा- ‘अगर आप इस कॉल में हैं, तो आप इस दुर्भाग्यशाली ग्रुप का एक हिस्सा हैं.’
न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली कंपनी के सीईओ ने बहुत छोटी लेकिन भावनात्मक जूम कॉल में कहा कि यह दूसरी बार है जब वह इस तरह का फैसला ले रहे हैं. कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) केविन रयान ने बताया कि बाजार के भारी दबाव के चलते कंपनी मालिकों ने यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लेना पड़ा.
हालांकि एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि इन कर्मचारियों पर अनुपयोगी और अपने सहयोगियों और ग्राहकों से चोरी करने का आरोप लगाया गया है.
भारत सरकार ने की मदद
भारत सरकार कोरोना के दौरान नौकरी गंवाने वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) सदस्यों को तीन महीने का वेतन देने का फैसला किया. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि उनका मंत्रालय कोरोना के चलते जान गंवाने वाले ईसीएसआइ सदस्यों के स्वजन को आजीवन वित्तीय मदद भी मुहैया कराएगा.
इसके अलावा बेरोजगार हुए लोगों के पीएफ के भुगतान में सरकार ने मदद की है. सरकार ने ऐलान किया किया कि ऐसे सभी लोग जिन्हें कोरोना काल के दौरान नौकरी गंवानी पड़ी उनके पीएफ का भुगतान केन्द्र सरकार की तरफ से किया जाएगा. सरकार के इस कदम का लाभ सिर्फ फॉर्मल सेक्टर के छोटे पैमाने की नौकरियों में काम करने वाले लोगों को मिलेगा.