कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के चलते चुनावी रैलियों पर लगी पाबंदियों के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग (ECI) बड़ी बैठकें करने जा रहा है. खबर है कि 15 जनवरी के बाद भी रोड शो और रैलियों पर रोक जारी रह सकती है. बीते शनिवार को पांच राज्यों- पंजाब (Punjab), उत्तर प्रदेश (UP), गोवा (Goa), मणिपुर (Manipur) और उत्तराखंड (Uttarakhand) में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) कार्यक्रम की घोषणा के दौरान ही आयोग ने पाबंदियों का ऐलान कर दिया था.
चुनाव आयोग शनिवार को तीन अहम बैठकें करेगा. सबसे पहले 11 बजे केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ पाबंदियों के मसले पर चर्चा की जाएगी. इसके बाद आयोग दोपहर 12 बजे चुनावी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों और मुख्य सचिवों के साथ मीटिंग करेगा. आखिर में 1 बजे होने वाली बैठक में पांचों चुनावी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी शामिल होंगे. इन चर्चाओं के बाद आयोग की तरफ से नया आदेश जारी होगा.
सूत्रों के मुताबिक जारी पाबंदियों को कुछ दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है. जिस समय चुनाव आयोग ने रोक लगाई थी तब से लकर अब तक कोरोना के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है. जानकारी मिली है कि योग अभी स्थिति का मूल्यांकन करेगा. साथ ही छूट देने की मांग करने वाले राजनीतिक दलों की मांग पर भी चुनाव आयोग विचार करेगा.
भाषा के अनुसार, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से अपील की कि उसने कोविड चिंताओं के कारण 15 जनवरी तक प्रत्यक्ष रैलियों और रोडशो पर जो प्रतिबंध लगाया है, उस पर पुनर्विचार करे. शिअद ने साथ ही कहा कि पंजाब में छोटी प्रचार सभाओं को अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि ये उम्मीदवारों के लिए समाज के सभी वर्गों से संपर्क बनाने के लिए आवश्यक है.
ऐसा रहेगा चुनावी कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर, पंजाब और मणिपुर में 7 चरणों में चुनाव संपन्न होंगे. यह प्रक्रिया 10 फरवरी से शुरू हो जाएगी और नतीजे 10 मार्च को घोषित होंगे. यूपी में सात चरणों (10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च, 7 मार्च) में चुनाव होंगे. मणिपुर में चुनाव दो चरणों (27 फरवरी और 3 मार्च) में होंगे. जबकि, पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में मतदान 14 फरवरी को एक ही चरण में पूरे हो जाएंगे.