Home देश ओमिक्रॉन के बाद फिर आएगा कोविड-19 का संक्रमण, लेकिन इस बार नहीं...

ओमिक्रॉन के बाद फिर आएगा कोविड-19 का संक्रमण, लेकिन इस बार नहीं होगी महामारी, स्टडी में बड़ा खुलासा

51
0

कोरोना संक्रमण (Corona Infection) को लेकर हुए एक अध्ययन में बड़ा खुलासा हुआ है. द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कोविड-19 महामारी जल्द ही समाप्त हो जाएगी लेकिन वायरस का संक्रमण जारी रह सकता है. स्टडी में दावा किया गया है कि ओमिक्रॉन संक्रमण के बाद कोविड19 का संक्रमण (Covid-19 Infection) एक बार फिर से वापस आएगा लेकिन इस बार महामारी नहीं होगी.

अध्ययन में कहा गया है कि कोविड-19 एक बार फिर से लोगों को बीमार करेगा और इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों को मैनेज करना होगा लेकिन जिस तरह से डेल्टा वेरिएंट या फिर कोरोना के पहले दौर में संक्रमण से बचने के लिए प्रतिबंधों को लागू करना पड़ा था वैसा इस बार कुछ भी नहीं करना होगा जिससे सभी को राहत मिलेगी.

कमजोर हो जाएगा वायरस
हेल्थ एक्सपर्ट ने कहा कि वायरस का अभी तक का प्रभाव यह दिखाता है कि यह आगे चलकर कमजोर हो जाएगा. भविष्य में SARS-CoV-2 वायरस का स्वास्थ्य पर प्रभाव पहले के वेरिएंट के मुकाबले जोखिम काफी कम हो जाएगा. एक्सपर्ट का मानना है कि नए वेरिएंट के खिलाफ अनुकूलित टीके, नए नए एंटीवायरल का मिलना और लोगों को वायरस से बचाव का ज्ञान स्वास्थ्य की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाएगा.

वैक्सीन की तीसरी खुराक बढ़ाएगी एंटीबॉडी
अध्ययन में यह भी कहा गया है कि COVID-19 वैक्सीन की तीसरी खुराक एंटीबॉडी के स्तर को बढ़ाती है जो कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण को भी बेअसर कर सकती है. फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ रिसर्च (एनआईएचआर), यूके के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने एस्ट्राजेनेका या फाइजर वैक्सीन की केवल दो खुराक प्राप्त की थी, उनमें उत्पन्न एंटीबॉडी अल्फा और डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन को बेअसर करने में कम सक्षम थे.

तीन महीनें में कमजोर हुई प्रतिरक्षा
उन्होंने यह भी पाया कि दूसरी खुराक के बाद पहले तीन महीनों में एंटीबॉडी का स्तर गिर गया, लेकिन तीसरे बूस्टर की खुराक ने एंटीबॉडी के स्तर को बढ़ा दिया जो प्रभावी रूप से ओमाइक्रोन संस्करण को बेअसर कर देता है. अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों को तीनों खुराकों के लिए फाइजर का टीका मिला था, उनमें तीसरी खुराक के बाद ओमाइक्रोन के खिलाफ एंटीबॉडी का स्तर उन लोगों के समान था जो पहले केवल दो शॉट्स के बाद डेल्टा के खिलाफ पहुंचे थे.

तीन खुराक के बाद बढ़ी एंटीबॉडी
कुल मिलाकर, शोधकर्ताओं के अनुसार, दो खुराक के बाद की तुलना में तीन खुराक के बाद ओमाइक्रोन के खिलाफ एंटीबॉडी का स्तर लगभग 2.5 गुना अधिक था. ओमाइक्रोन के खिलाफ एंटीबॉडी के उच्च स्तर उन लोगों में भी पाए गए, जिन्हें या तो टीके की दो खुराक मिली थी और पहले भी COVID-19 लक्षण होने की सूचना दी थी, उन लोगों की तुलना में जिनके पास अतीत में रोग के लक्षण नहीं थे. जबकि अकेले एंटीबॉडी के स्तर टीके की प्रभावशीलता की भविष्यवाणी नहीं करते हैं, वे गंभीर सीओवीआईडी ​​​​-19 के खिलाफ सुरक्षा का एक बहुत अच्छा संकेतक हैं, शोधकर्ताओं ने नोट किया.