सरगुजा संभाग के एकमात्र मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्वच्छता व्यवस्था और सुविधाओं की असलियत किसी से छिपी नहीं है. इसलिए अब अस्पताल प्रबंधन ने इसको बेहतर बनाने के लिए तीन कॉलम का एक फार्मुला तैयार किया है. इस फार्मुले के तहत अब प्रतियोगिता और श्रमदान से स्वच्छता के साथ अन्य व्यवस्थाएं बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा. जिसकी शुरुआत आज अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियो के साथ नर्सिंग स्टाफ और सफाई कर्चमारियो ने शपथ के साथ की है.
सफाई के लिए प्रबंधन का श्रमदान
आदिवासी बाहुल सरगुजा संभाग का एकमात्र मेडिकल कॉलेज और मेडिकल कॉलेज अस्पताल संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में स्थापित है. 2016 में स्थापना के बाद बेहतर इलाज की उम्मीद लोगों को थी, पर इलाज तो दूर यहां की स्वच्छता व्यवस्था को लेकर समय-समय पर बवाल भी होता रहा है. सूबे के स्वास्थ मंत्री टी.एस सिंहदेव की विधानसभा में स्थापित इस मेडिकल कॉलेज को अब स्वच्छ, सुंदर और सुविधायुक्त बनाने के लिहाज से अब मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने एक नया फार्मुला तैयार किया है.
सब मिलकर करेंगे श्रमदान
इस फार्मुले में सबसे पहले कर्मचारी अधिकारी ने अस्पताल को स्वच्छ रखने की शपथ ली. जिसके बाद अब महीने के एक दिन में दो वार्ड की सफाई का जिम्मा अस्पताल अधीक्षक के साथ पूरा प्रबंधन लेगा. जिसमें हॉस्पिटल स्टाफ के साथ मरीजों के परिजन भी हिस्सेदार होंगे. इसके तहत ये लोग महीने के एक दिन में दो वार्ड में सुबह की पूरी सफाई करेंगे. जिसमें वार्ड की साफ-सफाई के साथ बेड अरेंजमेंट और बेड मेकिंग से लेकर डस्टबीन की सफाई तक होगी. कुल मिलाकर साफ-सफाई के लिए अब सब मिलकर श्रमदान करेंगे.
वार्ड में होगा कॉम्पिटिशन
अस्पताल में हर महीने वार्डों के बीच कॉम्पिटिशन होगा. जिसके लिए 10 बिंदु तैयार किए गए हैं. इन बिंदुओं के आधार पर अस्पताल प्रबंधन महीने के अंत में वार्ड का निरीक्षण करेगा. इसमें प्रथम आने वाले वार्ड के कर्मचारियों के साथ वार्ड की फोटो अस्पताल के मुख्य पटल पर चस्पा की जाएगी. इसके साथ ही पूरे महीने भर पूरे अस्पताल में सबसे बेहतर काम करने वाले किसी भी वर्ग के कर्मचारी को स्टार ऑफ मंथ से नवाजा जाएगा. जिसकी फोटो अस्पताल के मुख्य सूचना पटल पर चस्पा की जाएगी. जिन 10 बिंदुओं के आधार पर साफ-सफाई और सुविधाओं का कॉम्पिटिशन होगा. उनमें अस्पताल प्रबंधन मरीजों का फीडबैक लेगा.
इसमें साफ-सफाई की व्यवस्था की जांच, बेड अरेंजमेंट, वार्ड अरेंजमेंट. बेड सीट, बेड साईड लॉक, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और इंफेक्शन कंट्रोल कैसे फॉलो हो रहा है का निरीक्षण होगा. इसके साथ ही मरीजों की फाईल के रखरखाव, वार्ड के अन्य रजिस्ट्रर के कवर और उनमें दर्ज रिकार्ड, वार्ड की शिकायत के आधार पर हर महीने किसी एक वार्ड को प्रथम वार्ड का पुरस्कार दिया जाएगा.