पाकिस्तान नेशनल असेंबली की विशेष बैठक अविश्वास प्रस्ताव पर बिना किसी बहस और चर्चा के सोमवार 28 मार्च तक के लिए आगे बढ़ा दी गई. पीटीआई के एक सांसद की मौत पर शोक जताने के बाद कार्रवाई को 28 तारीख के लिए बढ़ाया गया. यह पहले से अपेक्षित था. इस बीच रविवार 27 मार्च को होने वाली रैली के लिए पीएम इमरान खान ने एक बार फिर की लोगों से बड़ी संख्या में शरीक होने की अपील की है. इमरान संसद की परीक्षा से पहले सड़क पर शक्ति प्रदर्शन करना चाहते हैं.
8 मार्च को पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने इमरान खान सरकार के खिलाफ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया था. 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान खान को अपनी सरकार बचाने के लिए 172 सदस्यों की जरूरत है. आज यानी शुक्रवार को नेशनल असेंबली में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना था. लेकिन स्पीकर ने सत्र को सोमवार तक स्थगित कर दिया.
इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा था कि प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से पैदा हुए मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करने के लिए देश में जल्द चुनाव कराए जा सकते हैं. गृहमंत्री ने पार्टी के बागियों को चेतावनी दी कि पाला बदलना उनके लिए ठीक नहीं होगा.
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि खान की अगुआई वाली पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है.
खान (69) गठबंधन सरकार चला रहे हैं और अगर कोई साझेदार समर्थन वापस लेने का फैसला करता है तो उन्हें हटाया जा सकता है. प्रधानमंत्री उस समय संकट में घिर गए, जब उनकी सहयोगी पार्टियों के 23 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उन्हें समर्थन देने का स्पष्ट संकेत देने से मना कर दिया.
खान की समस्या उस समय और बढ़ गई जब उनकी ही पार्टी के करीब दो दर्जन सदस्यों ने बगावती रुख अपना लिया. हालांकि, खान और उनके मंत्री यह जताने करने की कोशिश कर रहे हैं कि सबकुछ ठीक है और उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा.