हर साल 2 अप्रैल को दुनियाभर में वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस (World Autism Awareness Day) मनाया जाता है. पूरे विश्व में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार (Autism Spectrum Disorder) वाले लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उपाय करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों को प्रोत्साहित करना है. वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस के अवसर पर डब्ल्यूएचओ (WHO) ऑटिज्म सहित विकासात्मक देरी (developmental delays) या दिव्यांग बच्चों की देखभाल करने वालों के लिए अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम का एक ऑनलाइन संस्करण जारी कर रहा है. ये कार्यक्रम पहले ही ब्राजील, भारत, इटली और केन्या जैसे 30 से अधिक देशों में फेस-टू-फेस प्रारूप में संचालित किए जा चुके हैं. जिसमें पेरेंट्स और अन्य देखभाल करने वालों को दिन-प्रतिदिन कौशल सिखाए जाते हैं, जो ऑटिज्म और अन्य विकासात्मक विकलांग (Other developmental disabilities) वाले बच्चों के कल्याण और विकास को बढ़ावा देने में मदद करते है.
बता दें कि ऑटिज्म (Autism) या ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्ड (autism spectrum disorder) यानी एएसडी (ASD) एक दिमागी बीमारी है. ये बीमारी ज्यादातर बच्चों को होती है. इसका पता लगा पाना काफी मुश्किल होता है. बच्चा जब तक 2 या 3 साल का नहीं हो जाता, ऑटिज्म के लक्षण पता नहीं चलते हैं
वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस का महत्व
वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस यूनाइडेट नेशन्स (UN) द्वारा निर्धारित सात आधिकारिक स्वास्थ्य विशेष दिनों में से एक है, जिन्हें हर साल मनाया जाता है. ये दिन दुनियाभर में अलग-अलग काम करने वाले ऑटिज़्म संगठनों को एक साथ लाने का काम करता है, ताकि इससे जूझ रहे लोगों के लिए अनुसंधान, निदान, उपचार और स्वीकृति जैसी चीजों में सहायता के जा सके.
वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस का इतिहास
यूनाइटेड नेशंस जर्नल असेंबली ने 1 नवंबर 2007 को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस (World Autism Awareness Day theme Inclusive Education) मनाने का संकल्प पास किया था. इसे सभा ने 18 दिसंबर 2007 को अपनाया था.
वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस का इतिहास
यूनाइटेड नेशंस जर्नल असेंबली ने 1 नवंबर 2007 को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस (World Autism Awareness Day theme Inclusive Education) मनाने का संकल्प पास किया था. इसे सभा ने 18 दिसंबर 2007 को अपनाया था.
क्या है साल 2022 की थीम
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस वैसे तो साल 2007 से ही मनाया जा रहा है. लेकिन साल 2012 से इसे एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल विश्व ऑटिज्म जागरुकता दिवस पर संयुक्त राष्ट्र की थीम ‘Inclusive Education’है, मतलब ‘समावेशी शिक्षा’. इस वर्ष विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस के आयोजन समारोह में एसडीजी 4 (Sustainable Development Goal 4) के संदर्भ में समावेशी शिक्षा को विषय पर संबोधित होगा. एक वर्चुअल इवेंट में मॉडरेट पैनल डिसक्शन के जरिए सेल्फ-एडवोकेट्स, टीचर्स और अन्य विशेषज्ञों द्वारा इस विषय पर संक्षिप्त प्रस्तुतियों को शामिल किया जाएगा.