Home छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल: विशेष पिछड़ी जनजाति के 80 युवाओं को...

मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल: विशेष पिछड़ी जनजाति के 80 युवाओं को मिली शासकीय नौकरी 

32
0

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप प्रदेश के कबीरधाम जिले में बैगा जनजाति के 80 शिक्षित युवाओं को शिक्षा, राजस्व,  सहायक शिक्षक, पशुपालन विभाग में परिचारक, भृत्य के पदों पर नियुक्ति प्रदान की गई है। जिला कार्यालय कबीरधाम के सभाकक्ष में वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री व कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर ने 80 विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा युवाओं को नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया।

          मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए विशेष पिछड़ी जनजातियों को सामाजिक उत्थान की दिशा में इन वर्ग के पढ़े लिखे युवक-युवतियों को चतुर्थ एवं तृतीय वर्ग शासकीय नौकरी में सीधी भर्ती दी जा रही है। विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवाओं को योग्यतानुसार शासकीय नौकरी देने की मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करते हुए कबीरधाम जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति के 80 बैगा युवाओं को शासकीय सेवा में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नियुक्त किया गया है। 

        छत्तीसगढ़ सरकार जो कहती है उसे पूरा भी करती है। प्रदेश में निवासरत अति पिछड़ी जनजाति वर्ग के शिक्षित युवक-युवतियों को शिक्षा और विकास के मुख्य धारा में लाने सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस वर्ग के युवक-युवतियां को रोजगार देकर उन्हे मुख्यधारा में लाने की शुरूआत कर दी है। 

    कबीरधाम जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के 80 युवा शासकीय नौकरी मिलने पर काफी खुश है। चेहरों पर मुस्कान लिए खुशी का इजहार करने इन बैगा युवाओं ने आज जिला कलेक्टोरट पहुंचकर नियुक्ति पत्र प्राप्त किया। इस अवसर पर बैगा युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर और जिला प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान इन युवाओं ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है, जो सराहनीय है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवाओं को योग्यतानुसार शासकीय नौकरी प्रदान करने का जो निर्णय लिया गया है और उनके इस निर्णय की वजह से हमें शासकीय सेवा में आने का अवसर मिला। इसके लिए हम उनके हृदय से आभारी हैं।