ज्यादातर लोग तेजी से मुनाफा कमाने की उम्मीद में शेयरों में निवेश करते हैं.
लेकिन यह छोटी अवधि में संभव नहीं है. शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए ज्यादा जोखिम लेना पड़ता है. इसके लिए पैनी स्टॉक में निवेश किया जा सकता है. पैनी स्टॉक कम कीमत वाले शेयरों को कहा जाता है. ये कम कीमत वाले स्टॉक लंबी अवधि में आपके पैसे को दोगुना, तिगुना, चौगुना और कई बार सौ गुना से भी ज्यादा बढ़ा देते हैं.
पैनी स्टॉक लंबी अवधि में आपके हजारों का निवेश लाखों में बदल सकता है. वहीं, इसमें निवेश के डूबने का खतरा भी उतना ही रहता है. पैनी स्टॉक से कमाई के लिए आपको सावधानी के साथ फंडामेंटली मजबूत कंपनियों को चुनना पड़ेगा. इसी को ध्यान में रखते हुए, हम लंबी अवधि के लिए पांच पैनी स्टॉक के बारे में बता रहे हैं जो आपकी वॉचलिस्ट में शामिल हो सकते हैं.
नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (National Aluminium Company Ltd) : नेशनल एल्युमीनियम कंपनी (नाल्को) एक सरकारी संस्था है जो खनन, धातु और बिजली क्षेत्रों में काम करती है. यह देश का सबसे बड़ा एकीकृत बॉक्साइट-एल्यूमिना-एल्यूमीनियम-पावर कॉम्प्लेक्स है. नाल्को के शेयर की कीमत में सालाना आधार पर (YTD) 45% की गिरावट आई है. मंदी की आशंकाओं के परिणामस्वरूप संसाधनों की कमजोर मांग और अमेरिकी डॉलर में मजबूती को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. हालांकि, इसमें कोई दोराय नहीं है कि कंपनी फंडामेंटली मजबूत स्टॉक है.
इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (Ircon International Ltd.) : इरकॉन इंटरनेशनल, भारत सरकार की इकाई, एक निर्माण कंपनी है जो रेलवे और राजमार्ग निर्माण, ईएचपी सब-स्टेशन (इंजीनियरिंग और निर्माण) और मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की देखभाल करती है. राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत रेलवे खंड से आता है, जिसका कारोबार में 90% से अधिक का योगदान है. बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की ओर सरकार के बढ़ते फोकस से कंपनी को काफी फायदा होने वाला है. इसने अगले 1-2 वर्षों में एक बड़ी ऑर्डरबुक की सूचना दी है.
जीनस पावर (Genus Power) : जीनस पावर बिजली वितरण उद्योग को संपूर्ण मीटरिंग सॉल्यूशन उपलब्ध करवाता है. यह 27% की बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत के बिजली मीटरिंग सॉल्यूशन उद्योग में सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक है. कंपनी ने आंतरिक अनुसंधान एवं विकास केंद्र की मदद से ‘स्मार्ट मीटरिंग सॉल्यूशन विकसित किया है. स्मार्ट ऊर्जा मीटर उन्नत मीटरिंग बुनियादी ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. यह आधुनिक विद्युत अवसंरचना क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण घटक है. देश के चल रहे बिजली क्षेत्र में सुधार की पहल से इसे काफ़ी फायदा मिल सकता है.
ग्राउर एंड वील (इंडिया) लिमिटेड (Grauer & Weil) : ग्राउर एंड वील (इंडिया) लिमिटेड भारत की एकमात्र कंपनी है जो विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में सभी प्रकार के सबस्ट्रेट्स पर पूर्ण जंग और सुरक्षा समाधान प्रदान करती है. इसका सतह परिष्करण खंड सबसे बड़ा है, जो कंपनी के कुल राजस्व का 88% से अधिक है. शेष राशि इंजीनियरिंग और मॉल व्यवसाय से आती है. विनिर्माण क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश के कारण व्यवसाय अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और उम्मीद है कि आगे भी इससे लाभ होगा.
हल्दिन ग्लास लिमिटेड (Haldyn Glass Ltd) : हल्दिन ग्लास लिमिटेड कंपनी सोडा लाइम फ्लिंट और एम्बर ग्लास कंटेनर कारोबार में पांच दशकों से अधिक समय से है. कंपनी फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी), फार्मास्युटिकल, बेवरेज, शराब और बीयर उद्योगों के लिए पैकेजिंग के लिए कांच की बोतलें और कंटेनर बनाती है. प्लास्टिक पर प्रतिबंध से कांच के उपयोग में वृद्धि हुई है. दुनिया की विशाल युवा आबादी और बढ़ते शहरीकरण के कारण कांच के कंटेनरों और बोतलों की मांग अच्छी तरह बढ़ने की उम्मीद है. यह लंबे समय में कंपनी के कारोबार के लिए अच्छा संकेत है.