काबुल। हिजाब को लेकर अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के रवैए में नरमी दिखाई दे रही है।
पाकिस्तानी विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने मंगलवार को अफगानिस्तान के उपप्रधानमंत्री, कार्यवाहक विदेश मंत्री और अन्य मंत्रियों से मुलाकात की। इस दौरान हिना रब्बानी ने हिजाब नहीं पहना था।
हिजाब तो दूर हिना रब्बानी ने मुलाकात के समय सिर पर दुपट्टा भी नहीं पहना था। अफगानिस्तान से आई इस तस्वीर के बाद कहा जा रहा है कि हिजाब को लेकर अफगानिस्तान के रवैए में नरमी आई है।
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में महिलाओं पर सख्त पाबंदियां हैं। यहां लड़कियों के स्कूल और कॉलेज जाने पर पाबंदी है। महिलाएं अकेली बाजार तक नहीं जा सकती है। उनके लिए हिजाब पहनना अनिवार्य है। दुनिया में इसका जबरदस्त विरोध हो रहा है। इसी वजह से तालिबान सरकार को दुनिया के अन्य देशों से मान्यता नहीं मिली है।
कौन हैं हिना रब्बानी खार : पाकिस्तान के मुल्तान में 19 नवंबर 1977 को जन्मीं हिना जाट परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता गुलाम नूर रब्बानी खार भी सांसद रहे हैं। उन्होंने लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज से बीएससी इकनॉमिक्स ऑनर्स की पढ़ाई की। इसके बाद एमएससी करने के लिए वह अमेरिका चली गईं।
2002 में हिना रब्बानी खार ने राजनीति की दुनिया में कदम रखा। वह पहली बार मुजफ्फरगढ़ से सांसद चुनी गईं। उन्हें शौकत अजीज की सरकार में इकनॉमिक अफेयर्स मामलों का राज्यमंत्री बनाया गया। 2008 में वह मुस्लिम लीग छोड़कर पीपीपी से जुड़ गई। 2008 में चुनाव जीतकर सांसद बनी हिना को केंद्रीय वित्त और उद्योग विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया। अप्रैल 2022 में जब शाहबाज शरीफ सरकार सत्ता में आई तो हिना को विदेश राज्यमंत्री बनाया गया। विदेश मंत्रालय फिलहाल बिलावल भुट्टो जरदारी के पास है।
बिलावल से प्यार : 2012 में आसिफ अली जरदारी और मरहूम प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी दो बच्चों की मां हिना रब्बानी खार के इश्क में कैद हो गए।
मीडिया खबरों में दावा किया गया कि बिलावल न सिर्फ पाकिस्तान की पहली महिला विदेशमंत्री हिना की खूबसूरती पर इस कदर लट्टू हो गए हैं कि उनसे निकाह करने के बारे में सोच रहे हैं। दावा किया गया कि हिना भी इसके लिए तैयार हैं। हालांकि जरदारी को अपने बेटे की यह हरकत कतई मंजूर नहीं है और वे खासे नाराज बताए जा रहे हैं।
उनका मानना है कि इससे बिलावल के राजनीतिक करियर और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के भविष्य पर बुरा असर पड़ेगा। आशिकों ने कब तख्त और ताज की चिंता की है, जो अब जूनियर जरदारी करेंगे। बहरहाल ISI ने इस तरह की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।