लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने रविवार (11 दिसंबर) को दावा किया कि भाजपा के प्रति मुसलमानों के बदलते रवैये से मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले राजनेताओं की चिंता बढ़ गई है।
दानिश अंसारी ने बलिया में प्रेस वालों से बात करते हुए कहा कि, ‘उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा बगैर किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने की वजह से मुस्लिम समाज जागरूक हो गया है। वह अब अपना भला-बुरा अच्छी तरह से समझता है। मुस्लिम समाज अमन की राह पर चल पड़ा है और एकजुट होकर तरक्की, रोजगार व शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ रहा है।’
योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ राज्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी (AIMIM) पर हमला बोलते हुए कहा है कि, ‘मुस्लिम समाज की अच्छी तस्वीर और उसकी तरक्की के साथ ही देश और राज्य के विकास में उसकी भागीदारी, मुस्लिम समाज को अपना वोट बैंक समझने वाले तथाकथित नेताओं को पसंद नहीं आ रही है। इससे इन लोगों की चिंताएं बहुत बढ़ गई हैं।’ अंसारी ने कहा कि मुस्लिम वोट बैंक के ठेकेदारों की हमेशा से यह इच्छा रही है कि मुस्लिम समाज विकास से वंचित और अशिक्षित रहे और सिर्फ उनका वोट बैंक ही बना रहे।
दानिश अंसारी ने भाजपा सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि, ‘पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ मुस्लिम समाज की तरक्की के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। यही वजह है कि अब मुस्लिम समाज भी खुलकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर रहा है।’