भारत में सड़क हादसे से होने वाली मौतें अन्य देशों की अपेक्षा काफी ज्यादा है. इसके पीछे कई कारण है. आज कल आप ज्यादातर लोगों को फोन का इस्तेमाल करते हुए गाड़ी चलाते हुए आराम से देख लेंगे.
एक्सीडेंज का सबसे बड़ा कारण है दिमाग का परिवर्तित होता. गाड़ी ड्राइव करते वक्त आपका दिमाग आपको इशारा करता है कि आपको ब्रेक लगाना है या एक्सीलेटर लेना है. एक ऐसी ही रिपोर्ट सामने आई है जिसने एक हजार से ज्यादा लोगों की जान मोबाइल के कारण हुई है.
आमतौर पर सरकार को किसी भी दुर्घटना में सरकार को दोषी ठहराना आसान है. लेकिन सड़कों पर लोगों का रवैया कैसा होता है ये सबको पता है. जगह-जगह लिखा होता है कि कृपया ड्राइव करते वक्त फोन का इस्तेमाल न करें लेकिन कोई नहीं मानता. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में कुल 1,997 सड़क दुर्घटनाएं चालकों द्वारा वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल किए जाने के कारण हुईं, जिनमें 1,040 लोगों की जान चली गई.
भारत में सड़क दुर्घटनाएं- 2021 शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि 555 सड़क दुर्घटनाएं लाल बत्ती पार करने के कारण हुईं और 2021 में ऐसी घटनाओं में 222 लोगों की जान चली गई. रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में गड्ढों के कारण कुल 3,625 दुर्घटनाएं हुईं और 1,481 लोगों की मौत हो गई. इसमें कहा गया है कि सड़क दुर्घटनाओं पर केंद्र और राज्य सरकारों की सभी एजेंसियों के ठोस प्रयासों के माध्यम से लगाम लगाने की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मंत्रालय ने सड़क सुरक्षा से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए एक बहु-आयामी रणनीति तैयार की है.