लोकसभा चुनाव 2019 से पहले छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने जनता को बड़ा तोहफा दिया है. विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के जनघोषणा पत्र में बिजली बिल हाफ करने का वादा किया गया था. विधानसभा के इस बजट सत्र में सरकार ने घरेलु उपभोक्ताओं के 400 यूनिट तक का बिजली बिल हाफ करने की गई थी. अब विद्युत विनियामक आयोग ने भी सभी उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल में राहत दी है. बिजली बिल में दस फीसदी तक कमी किए जाने की खबर को छत्तीसगढ़ के सभी मुख्य अखबारों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है.
छत्तीसगढ़ की जनता अब वास्तविक बिजली तिहार (त्योहार) मनाएगी. जनता को यह मौका राज्य विद्युत नियामक आयोग ने दिया है. आयोग के अध्यक्ष डीएस मिश्रा ने गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए नई दरों का एलान किया. इसमें लगभग सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं की बिजली सस्ती करने की घोषणा की गई है. कृषि, गैर कृषि के साथ ही औद्योगिक उपभोक्ताओं को कई तरह की राहत भी दी गई है. दरें 1 अप्रैल से लागू होगीं, यानी इसका असर मई के बिल में नजर आएगा. दरों में कमी किए जाने से सबसे ज्यादा फायदा घरेलू उपभोक्ताओं को हुआ है. राज्य की कांग्रेस सरकार ने पहले ही 1 मार्च से 400 यूनिट तक बिजली हाफ कर रखा है. अब आयोग ने उनकी बिजली की दर को तीन से 10 फीसद तक कम कर दिया है.
400 यूनिट पर करीब एक हजार स्र्पये की बचत
इस वर्ष मई से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 400 यूनिट की खपत पर लगभग एक हजार स्र्पये की बचत होगी. अभी 400 यूनिट का बिल 19 सौ से अधिक का आ रहा है. नई दर और बिल हाफ होने से मई में यह करीब 950 रुपये हो जाएगा. इस खबर को दैनिक भास्कर, पत्रिका, नवभारत, हरिभूमि सहित अन्य अखबारों ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है.
घरेलू उपभोक्ता के लिए नई दर
यूनिट नई दर मौजूदा दर
0-100 3.40 3.76
101-200 3.60 3.80
201-400 4.90 5.30
401-600 5.50 5.30
600 से अधिक 7.30 7.35
(दर रुपये प्रति यूनिट में)