लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोकसभा व विधानसभा चुनाव में वर्ष 2004 से 2017 के बीच राजनीतिक दलों में दागियों की बाढ़ सी आ गई थी. कोई भी दल इनसे अछूता नहीं रहा है. ऐसा दावा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स ने अपने विश्लेषण में किया है. इस अवधि में उत्तर प्रदेश से संसद व विधानसभा पहुंचने वाले 38 प्रतिशत माननीयों की पृष्ठभूमि आपराधिक है. एडीआर के फाउंडर सदस्य प्रो़. त्रिलोचन शास्त्री व यूपी इलेक्शन वॉच के संयोजक संजय सिंह ने शुक्रवार को राजधानी में पत्रकारों से वार्ता में बताया.