रायपुर। किसानों को सिंचाई के लिए तथा निस्तारी के लिए पानी मुहैया कराने के लिए राज्य शासन ने बुधवार को 42 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की। इस धनराशि से प्रदेश भर की नौ सिंचाई योजनाओं का निर्माण व जीर्णोद्धार किया जाएगा।
जल संसाधन विभाग ने जिन जिला परियोजनाओं के लिए धन की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की उनमें बिलासपुर जिले के विकासखंड कोटा के चांपी जलाशय के मुख्य नहर एवं शाखा नहरों में सीसी लाईनिंग निर्माण के लिए 23 करोड़ 16 लाख 59 हजार रुपये शामिल है, जिससे 2608 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषकों को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। गरियाबंद जिले के विकासखंड छुरा स्थित झरझरा व्यपवर्तन योजना को छह करोड़ 90 लाख 55 हजार रुपये दिए हैं, जिससे 182 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
रायगढ़ जिले के विकासखंड लैलूंगा के ग्राम राताखंड में सरलता स्टापडेम निर्माण के लिए एक करोड़ 41 लाख दो हजार रुपये दिए गए हैं जिससे 12 हेक्टेयर क्षेत्र के कृषकों को सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। साथ ही निस्तारी और भू-जल संवर्धन के लिए पानी उपलब्ध रहेगा।
विकासखंड लैलूंगा के शिव मंदिर के पास खारून नदी पर स्टापडेम सह पुलिया निर्माण के लिए दो करोड़ चार लाख पांच हजार रुपये स्वीकृत हैं, जिससे निस्तारी और भू-जल संवर्धन के लिए पानी मिल सकेगा और 25 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
दुर्ग जिले के विकासखंड दुर्ग की तांदुला परियोजना अंतर्गत डूमरडीह माईंनर नहर लाईनिंग कार्य के लिए एक करोड़ 47 लाख 17 हजार रुपये की स्वीकृति है। इससे 409.64 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
बस्तर जिले के विकासखंड बकावंड के ग्राम तोगकोंगेरा में पेटपुल्ली नदी में स्डापडेम निर्माण के लिए दो करोड़ 39 लाख 28 हजार रुपये की स्वीकृति है जिससे 75 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। बकावंड के ही ग्राम आमागुड़ा (चोलनार) के समीप रायकेरा नाला पर स्टापडेम निर्माण के लिए एक करोड़ नौ लाख 18 हजार रुपये स्वीकृत हैं जिससे 45 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
उत्तर बस्तर कांकेर जिले के विकासखंड चारामा के ग्राम मरकाटोला में स्टापडेम के निर्माण के लिए दो करोड़ 23 लाख 96 हजार रुपये स्वीकृत योजना के निर्माण से निस्तारी, पेयजल एवं आस-पास के जलस्रोतों का स्तर सुधारने के लिए सहायता मिल सकेगी। चारामा के ही ग्राम कसावाही स्टापडेम (प्रधानडोंगरी) निर्माण के लिए एक करोड़ 78 लाख 49 हजार रुपये स्वीकृत हैं जिससे 20 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई उपलब्ध हो सकेगी।