नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में उस समय मोदी विरोधी महागठबंधन की हवा निकल गई, जब कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया। अब कांग्रेस के एक नेता ने यह दावा कर सनसनी फैला दी है कि आम आदमी पार्टी के 9 विधायक कांग्रेस के सम्पर्क में हैं।
दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने यह दावा किया है। इससे ठीक पहले केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री और बर्खास्त विधायक संदीप कुमार ने शीला दीक्षित से मुलाकात की थी। हालांकि कुमार कह रहे हैं कि उनका कांग्रेस में शामिल होने का इरादा नहीं है।
वहीं कोचर का कहना है कि कांग्रेस ने जब से गठबंधन से इन्कार किया है आम आदमी पार्टी में भगदड़ मची है। आम आदमी पार्टी की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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– आप और कांग्रेस के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों पर उस समय विराम लग गया जब दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने साफ कर दिया वह कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। इसके साथ ही दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए हैं।
– राहुल गांधी के साथ हुई बैठक के बाद दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने साफ कर दिया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस गठबंधन नहीं करेगी। पूर्व सीएम शीला ने कहा कि हमने राहुलजी को बताया कि AAP के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए। इस पर उन्होंने सहमति व्यक्त कर दी है।
– बताया जा रहा है कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल दोनों गठबंधन चाहते थे, लेकिन शीला दीक्षित के तर्कों पर ही अंततः मुहर लगी और गठबंधन नहीं हो सका।।
– अब कांग्रेस अपने दम पर दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इससे पहले केजरीवाल ने कांग्रेस से पूछे बगैर 7 में से 6 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था। इसे एक दबाव के तौर पर भी देखा जा रहा है। AAP को उम्मीद थी कि कांग्रेस झुकेगी और अंततः उसका कांग्रेस पार्टी के साथ दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर गठबंधन हो जाएगा।
– सूत्रों की मानें तो इससे पहले दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों को लेकर फॉर्मूला भी सुझाया गया था। इसके तहत कांग्रेस 3, आम आदमी पार्टी 3 और एक सीट निर्दलीय के खाते में जाने की बात कही जा रही थी।