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छत्तीसगढ़ में रूर्बन मिशन के कार्यों को राष्ट्रीय कार्यशाला में सराहा गया : नई दिल्ली में आयोजित कार्यशाला में श्रेष्ठ कार्यों की हुई प्रस्तुति

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छत्तीसगढ़ में रूर्बन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। मिशन के कार्यों के अनुभवों को साझा करने हाल ही में 24 जून को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रदेश में किए जा रहे कार्यों पर प्रस्तुति दी गई। केन्‍द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर और ग्रामीण विकास राज्‍य मंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति भी कार्यशाला में शामिल हुईं। ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारियों एवं देश भर से आए जनप्रतिनिधियों ने रूर्बन मिशन के अंतर्गत यहां हो रहे अधोसंरचना विकास और रोजगारमूलक कार्यों की खुले दिल से तारीफ की। कार्यशाला में क्लस्टरों के लिए तैयार किए जा रहे मास्टर प्लान (विकास योजना) की प्रक्रिया एवं प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई।  

केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय रूर्बन मिशन की इस एक दिवसीय कार्यशाला में धमतरी जिले के लोहरसी क्लस्टर के अंतर्गत ग्राम पंचायत भानपुरी की सरंपच श्रीमती उत्तरा साहू और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वसहायता समूह की सदस्य श्रीमती वीणा साहू ने मिशन के तहत किए गए कार्यों से वहां आ रहे सकारात्मक बदलाव के बारे में अनुभव साझा किए। कार्यशाला में आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू, गुजरात, उत्तरप्रदेश, मिजोरम, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, तेलंगाना, उत्तराखंड, केरल, नागालैंड, कर्नाटक, हरियाणा और मध्यप्रदेश के प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। कार्यशाला में देश भर के 80 निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और 275 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

राष्ट्रीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़ द्वारा लोहरसी क्लस्टर में किए जा रहे कार्यों के अनुभव साझा किए गए। एक्वाडक्ट द्वारा सिंचित रकबे में वृद्धि, सुसज्जित एवं सुव्यवस्थित हाट-बाजार, इंजेक्शन वेल निर्माण, तालाब सौंदर्यीकरण, आदर्श आंगनबाड़ी, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ई-रिक्शा से आजीविका और जैविक कृषि दुकान जैसे कार्यों से रोजगार के अवसरों में हुई बढ़ोतरी तथा अधोसंरचना विकास के बारे में जानकारी दी गई।

रूर्बन मिशन के अधिकारियों ने कार्यशाला में बताया कि रूर्बन मिशन और मनरेगा के अभिसरण से ग्राम पोटियाडीह में निर्मित एक्वाडक्ट से गांव के 118 किसानों के 125 हेक्टेयर असिंचित भूमि में अब सिंचाई हो सकेगी और वे साल में दो फसल ले सकेंगे। ग्राम भानपुरी के सर्वसुविधायुक्त एवं सुव्यवस्थित हाट-बाजार में स्थानीय व्यापारी देर शाम तक व्यवसाय कर रहे हैं। ग्राम परसतराई में इंजेक्शन वेल बनाकर वर्षा जल का संचयन कर जल संरक्षण किया जा रहा है। इससे वहां भू-जल स्तर में अच्छा सुधार हो रहा है। ग्राम मुजगहन में शीतला तालाब का कायाकल्प कर आमोद-प्रमोद की जगह के रूप में विकसित किया गया है।

कार्यशाला में अधिकारियों ने यह भी बताया कि रूर्बन मिशन के अंतर्गत बहुआयामी विकास कार्य प्राथमिकता से किए जा रहे हैं। सभी क्लस्टरों में स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन तथा आजीविका संवर्धन के कार्यों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की ओर से रूर्बन मिशन के राज्य परियोजना प्रबंधक श्री राजीव कुमार त्रिपाठी, नगर एवं ग्राम निवेश के सहायक संचालक श्री गणेश राम तुरकाने तथा रूर्बन विशेषज्ञ श्री हरीश गिरी गोस्वामी ने भी कार्यशाला में भाग लिया।