मुंबई में हुई रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries AGM) की एजीएम में मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए हैं. आइए आपको बताते हैं कैसे शुरू हुई थी रिलायंस और कैसे बन गई है ये 7 लाख करोड़ रुपये की कंपनी.
मुंबई में हुई रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries AGM) की एजीएम में मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के पास 3 ग्रोथ इंजन है जिसमें से ऑयल (Oil), रिटेल (Retail) और जियो (Jio) रिलायंस के ग्रोथ इंजन है. इसके साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज ने न्यू कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े कई बड़े एलान किए हैं. इस एजीएम में मुकेश अंबानी ने कंपनी की आगे की योजनाओं की जानकारी दी है. रिलायंस की सफलता के बारे में मुकेश अंबानी हर बार अपने पिता को याद करते हुए ये कहते हैं कि ‘रिलायंस एक व्यक्ति के विज़न का नतीजा है- मेरे पिता और हमारे फाउंडर धीरूभाई अंबानी. पिछले 40 साल में हमने जितनी तरक्की की है वह उन्हीं की बदौलत है. रिलायंस उनके मजबूत कंधों पर खड़ा है.’
आइए आपको बताते हैं कैसे शुरू हुई थी रिलायंस और कैसे बन गई है लाख करोड़ की कंपनी.
रिलायंस के बारे में कहा जाता है कि ये कंपनी एक कर्मचारी से शुरू हुई थी. और आज इसी कंपनी में लगभग 2.5 लाख कर्मचारी काम करते हैं. रिलायंस का शुरूआती एक हजार का इन्वेस्टमेंट अब 7 लाख 36 हजार करोड़ रुपए हो गया है. इसके अलावा कंपनी का कारोबार एक शहर से बढ़कर 28 हजार शहरों, 4 लाख गांवों में पहुंच गया है.
28 दिसंबर 1932 में गुजरात के जूनागढ़ जिले के चोरवाड़ गांव में जन्मे धीरूभाई का सपना छोटा नहीं था. आर्थिक तंगी की वजह से उन्होंने हाईस्कूल की अपनी पढ़ाई छोड़ी और पकोड़े बेचने लगे. ये उनका पहला व्यवसाय बना.
रिलायंस की स्थापना
यमन के अदन शहर में उन्होंने 300 रुपये महीने पर A.Besse and Co. में गैस स्टेशन अटेंडेंट का काम करना शुरू किया. आठ साल वहां गुजारने के बाद 1958 में यमन से 500 रुपये की पूंजी के साथ लौटे और अपने कजिन चंपकलाल दमानी के साथ एक टेक्सटाइल ट्रेडिंग कंपनी मार्जिन की शुरुआत की. उसके बाद 1960 में उन्होंने रिलायंस की स्थापना की.
आज है देश की सबसे बड़ी कंपनी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) आज देश की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है.
इसका मार्केट कैप यानी बाजार पूंजीकरण इस समय 736,602 लाख करोड़ रुपए है.
इस मामले में यह देश की सबसे बड़ी कंपनी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज
हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन, पेट्रोलियम रीफाइनिंग एंड
मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, रिटेल और हाई-स्पीड डिजिटल सर्विस बिजनेस की
सबसे बड़ी प्लेयर बन चुकी है.