राष्ट्रीय राजधानी में दक्षिण दिल्ली (South Delhi) के ग्रेटर कैलाश (Greater Kailash) इलाके में कपड़े की एक दुकान में महिलाओं की निजता के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. शॉपिंग करने आई एक युवती ने दुकानदार के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराई. उसने ट्रायल रूम में कैमरा (Hidden Camera) लगे होने का आरोप लगाया. पुलिस ने दुकान का सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) निकलवाया तो उसमें कई महिलाओं के वीडियो मिले. इस तरह का यह नया मामला नहीं है. पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं. ऐसे में आपको सावधानी बरतनी चाहिए ताकि आप सुरक्षित रहें. आज हम आपको बता रहे हैं छुपे हुए कैमरों को पकड़ने की आसान ट्रिक्स.
अगर आप किसी शोरूम या दुकान के ट्रायलरूम या बाथरूम में है तो वहां लगे शीशे की जांच करें. शीशे में हिडन कैमरा चेक करने के लिए सबसे पहले शीशे पर एक उंगली रखें. अगर शीशे पर रखी उंगली और शीशे में दिख रही उंगली के बीच में गैप है तो इसका मतलब है कि वहां कोई कैमरा नहीं लगा है. इसके उलट अगर शीशे पर रखी उंगली और उसमें दिख रही उंगली के बीच गैप नहीं रहता है और वो एकदूसरे से जुड़ी हुई दिख रहीं है तो इसका मतलब है कि शीशे के पीछे से आप पर नजर रखी जा रहा है और वहां हिडेन कैमरा लगाया गया है. इसके अलावा शीशे के ऊपर और कोनों को भी अच्छी तरह चेक करें. इसके अलावा अगर ट्रायल रूम या कमरे में जाकर आपके मोबाइल कैमरा का नेटवर्क चला जाए या कॉल न लगे तो समझ लें कि वहां कैमरा छिपा है.
आजकल बाजार में ऐसे कैमरे भी उपलब्ध हैं जो एक्टिविटी ट्रैक कर ऑन हो जाते हैं. उन्हें ऑफ या ऑन करने की जरूरत नहीं पड़ती. बता दें कि ऑन होते ही इनमें से एक आवाज निकलती है, जो बीप या वाइब्रेशन की तरह हो सकती है. ऐसे में ट्रायल रूम या वाशरूम में जाते समय ध्यान रखें कि इस तरह की कोई आवाज तो आपको सुनाई नहीं दी. ट्रायलरूम में जाकर कपड़े बदलने से पहले एक बार वहां की सभी लाइटें बंद कर दें. फिर चारों तरफ गौर से देखें. अगर आपको कहीं लाल या हरी लाइट दिखे तो सतर्क हो जाइए. ये कैमरे की लाइट हो सकती है. इसके अलावा चार्जिंग सॉकेट, एग्जॉस्ट फैन, शॉवर, नल की टोंटी, वॉशबेसिन की टोंटी और शीशे को ध्यान से देखें. कैमरों में ऐसी सिग्नल लाइट होती हैं.
मोबाइल एप्लीकेशन से डिटेक्ट करें हिडेन कैमरा आज कल ऐस कैमरे अब बहुत आसानी से मिल जाते हैं जिन्हें हैंगर, बटन, कैप, चश्मे, पेन, हुक, जूते, बेल्ट यहां तक कि इलेक्ट्रिक प्लग और टेबल क्लॉक में भी छिपाया जा सकता है. इनका लेंस इतना छोटा होता है कि इन्हें आसानी से देखा नहीं जा सकता. इसलिए ऐसी हर चीज को एक बार गौर से जरूर देखें. प्ले स्टोर पर कई ऐप्लीकेशन ऐसे हैं जिनकी मदद से आप हिडेन कैमरा डिटेक्ट कर सकते हैं. इसे अपने स्मार्टफोन में इनस्टॉल करने के बाद आपको बस इतना करना होगा किसी भी पब्लिक या प्राइवेट प्लेस में जाने पर इस एप्लिकेशन को ऑन कर दें. ऑन करते ही आपके फोन पर एक स्टार्ट डिटेक्ट का ऑप्शन आएगा. इसे क्लिक करते ही ये छिपे हुए कैमरे की स्कैनिंग शुरू कर देगा. जहां भी स्पाई कैमरे से रिकॉर्डिंग हो रही होगी, उस जगह आपके मोबाइल में रेड या ब्लैक लाइट जलने लगेगी.