छत्तीसगढ़ में वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह दो अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश और वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में इसके सफल आयोजन के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। इस तारतम्य में आज प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी एवं जैव विविधिता संरक्षण) श्री अतुल कुमार शुक्ल ने नवा रायपुर अटल नगर स्थित अरण्य भवन में बैठक ली।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री शुक्ल ने बताया कि वन विभाग द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दो से 8 अक्टूबर तक की अवधि में वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में स्कूलों सहित विभिन्न जगहों में वनों तथा वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता लाने संबंधी विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत राज्य में दो अक्टूबर को आयोजित होने वाली विशेष ग्राम सभाओं में मुख्यमंत्री के वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के संदेश का वाचन भी किया जाएगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा राजधानी रायपुर स्थित तेलीबांधा सरोवर पर वन्य प्राणी से संबंधित फोटोग्राफी प्रतियोगिता की प्रदर्शनी लगाई जाएगी और पुरस्कार का वितरण भी किया जाएगा। राज्य स्तरीय वन्य प्राणी फोटोग्राफी प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन एण्ट्री आमंत्रण की कार्यवाही की जाएगी।
वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के अवसर पर राजधानी रायपुर में सायकल रैली निकाली जाएगी। इसके अलावा नवा रायपुर अटल नगर स्थित जंगल सफारी के पास 10 किलोमीटर मैराथन दौड़ का आयोजन भी किया जाएगा। इस दौरान समस्त वन मंडल के हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हाथी मित्र दलों और जागरूक ग्रामीणों का सम्मेलन आयोजित कर उनका सम्मान किया जाएगा। वन मंडलों में आस-पास के वन क्षेत्रों तथा संरक्षित क्षेत्रों में स्कूली बच्चों का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही जयस्तंभ चौक रायपुर में एल.ई.डी. स्क्रीन के माध्यम से वन्य प्राणी संरक्षण के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
स्कूलों में वन्य प्राणी संरक्षण के लिए विविध कार्यक्रमों का आयोजन
इसी तरह स्कूलों में वन्य प्राणी संरक्षण से संबंधित निबंध, चित्रकला, वाद-विवाद, भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यहां स्कूलों में हाथी मानव द्वंद की रोकथाम के लिए आवश्यक सावधानियों के बारे में वाचन, समझाईश तथा चर्चा भी होगी। स्कूलों में कक्षा 8वीं से 12वीं तक के लिए आयोजित निबंध तथा भाषण प्रतियोगिता में मानव और वन्य प्राणी: पारस्परिक निर्भरता, हाथी: मानव के साथी और वन्य प्राणी: मानव एवं पर्यावरण के संरक्षक विषय को शामिल किया गया है। इसके अलावा निबंध तथा भाषण प्रतियोगिता में मानव वन्य प्राणी द्वंद: कारण एवं निवारण, जलवायु परिवर्तन नियंत्रण में वन्य प्राणियों की भूमिका, जैव विविधता एवं वन्य प्राणी: जीवन के अभिन्न अंग, वन्य प्राणी के संरक्षण के स्थानीय महत्व और वन्य प्राणी संरक्षण में ईको-टूरिज्म की भूमिका विषय को शामिल किया गया है।
स्कूलों में वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के दौरान कक्षा 8वीं से 12वीं तक के लिए आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में मानव को वन एवं वन्य प्राणी की कोई आवश्यकता नहीं है, वन एवं वन्य प्राणी विकास में बाधा है और बढ़ती हुई मानव जनसंख्या के कारण वनों का विनाश हो रहा है, विषय को शामिल किया गया है। इसके अलावा 7वीं तक की कक्षा के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में हाथी मेरे साथी, जंगल में मंगल और वेटलैण्ड विषय को शामिल किया गया है। इस अवसर पर संयुक्त सचिव स्कूल शिक्षा श्री सौरभ कुमार, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री तपेश झा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैम्पा श्री व्ही. श्रीनिवास राव, छत्तीसगढ़ राज्य जैव विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव श्री एम.टी. नंदी, मुख्य वन संरक्षक श्री कौशलेन्द्र कुमार तथा श्री एच.एल. रात्रे, संचालक-सह वन मंडलाधिकारी जंगल सफारी श्रीमती एम. मर्सीबेला सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।