अनुच्छेद 370 को लेकर दुनिया में मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्तान में ही इमरान खान की सरकार के खिलाफ आवाज उठने लगी है। सुन्नी कट्टरपंथी दल जमिअत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने इमरान सरकार के खिलाफ आजादी मार्च का एलान किया है। कट्टरपंथी पार्टी 27 अक्तूबर से इस्लामाबाद में आजादी मार्च शुरू करेगी। पार्टी का कहना है कि हमारी लड़ाई सरकार को उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगी। वहीं, रहमान ने पाकिस्तान के आर्थिक संकट के लिए इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया है।
पाक मीडिया से बात करते हुए रहमान ने कहा कि मौजूदा सरकार, नकली चुनाव का नतीजा है। सभी विपक्षी पार्टियों ने 25 जुलाई को हुए चुनावों को नकार दिया है और नए सिरे से चुनाव की मांग की है। सरकार की नाकामी के कारण देश आर्थिक संकट में है। इसके खिलाफ हम डी-चौक पर जमा होंगे। हम आसानी से बिखरने वाले नहीं हैं। इमरान सरकार को उखाड़ फेंकने तक आंदोलन जारी रहेगा।
रहमान ने आगे कहा कि पाकिस्तान में कारोबार खत्म हो गया है। ऊंची टैक्स दरों के चलते व्यापारियों ने अपना काम बंद कर दिया है। पाक के धार्मिक हालात को लेकर भी मुसलमानों में गुस्सा है।