मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज धनतेरस पर्व के अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर 26 में छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के बहुमंजिला आवासीय भवन निर्माण के लिए भूमि-पूजन किया। इस भवन का निर्माण 5 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत से छत्तीसगढ़ गृह निर्माण द्वारा किया जाएगा। इस पांच मंजिले भवन में 16 अधिकारियों और कर्मचारियों के निवास की सुविधा उपलब्ध होगी। यहां एक सामुदायिक भवन और जिम की व्यवस्था रहेगी। भूतल पर पार्किंग तथा परिसर के चारों ओर सौन्दर्यीकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आवासीय भवन परिसर में आम का पौधा भी रोपा। आवासीय भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम की अध्यक्षता वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर उपस्थित वन कर्मियों को अपने पास बुलाकर उनकी समस्याओं की जानकारी ली और उनसे वनों के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए हमेशा तत्पर होकर कार्य करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वनांचल में निवासरत अदिवासी परिवारों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास करें। जब इन परिवारों को जंगल से रोजगार मिलेगा, तो जंगल भी सुरक्षित रहेंगे और आदिवासी परिवारों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परिवारों को बांस से पौधे तैयार करने के लिए बांस से छोटी टोकरी और ट्रीगार्ड बनवाए जाएं। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन क्षेत्रों में गांव के नजदीक गौठान यदि बनाए जाते हैं तो वहां पशुओं को एक साथ रखा जा सकेगा और महुआ और डोरी बीनने के लिए परिवार के सभी सदस्य जा सकेंगे। अभी हर परिवार का एक सदस्य पशुओं की देखभाल में लगा रहता है। मुख्यमंत्री ने गांव में ऊंचे स्थान पर गौठान के नजदीक परंपरागत विधि से तालाब भी बनाया जाए। जिसमें पैठू और उलट की संरचना भी बनाई जाए। जिससे गंदा पानी तालाब में जाने के पहले पैठू में छन सके। इससे मछलीपालन भी किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठान में शेड बनाने, मुर्गीपालन और सूकर पालन के लिए भी व्यवस्था की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को धनतेरस और दीपावली की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वन श्री आर.पी. मंडल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री आर.के. गोवर्धन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी श्री अतुल शुक्ला सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।