आजाक के ड्राफ्टमैन पद से रिटायर्ड परिमल कुमार को हनी ट्रैप में फंसाकर पैसा वसूलने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए दंपती तपन और रूपा मजूमदार ने रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों के 10 से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया था. पहले कारोबारियों से दोस्ती की, फिर नशीली दवा खिलाकर बेहोशी की हालत में उनका अश्लील वीडियो बना लिया. इस वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर लाखों रुपये वसूलते रहे. जेल जाने से पहले पूछताछ में दंपती ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-15 में रायगढ़ के एक होटल कारोबारी और पिछले साल दिल्ली के डॉक्टर के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखाई थी, जबकि खरसिया के एक कारोबारी के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत करने की धमकी देकर लाखों रुपये वसूले. दंपती का यह कारनामा रायगढ़ में उजागर हो गया था. इसके बाद वे पकड़े गए और जेल में एक साल तक बंद भी रहे.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दपंती के भिलाई, स्मृति नगर स्थित घर की तलाशी लेने पर कई संदिग्ध सामग्री बरामद हुई है. इनमें कई फर्जी मेडिकल प्रमाणपत्र, एफआइआर की फोटोकॉपी, प्रदेश के अलग-अलग जिलों के डॉक्टरों की सील, मुहर और पश्चिम बंगाल के कई जिलों के एसडीएम और डॉक्टरों की फर्जी सील, मुहर शामिल हैं. इससे पहले पुलिस ने उनके पास से 20 से अधिक पोर्न सीडी, मोबाइल आदि जब्त किया था.
अफसरों का दावा है कि बरामद पोर्न सीडी को ब्लैकमेलिंग का बड़ा हथियार मानकर कारोबारियों से पैसा वसूलने के लिए दंपती इस्तेमाल करते थे. अंबिकापुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई में भी दंपती ने कुछ कारोबारियों को ब्लैकमेल कर लाखों रुपये उगाही की थी. हालांकि बदनामी के डर से हनीट्रैप के शिकार पीड़ित पुलिस के सामने आने से बच रहे हैं. रिटायर्ड ड्राफ्टमैन को कथित तौर पर अश्लील वीडियो की क्लिप दिखाकर डेढ़ लाख रुपये ले चुके थे. फिर इनका लालच बढ़ गया. और पैसे के लिए दबाव बनाया, तब उनकी करतूतों का भंडाफोड़ हुआ.