राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से पहली बार बोर्ड परीक्षाओं को फरवरी महीने में करवाने का फैसला लिया गया है, जिससे की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम समय पर जारी हो सके. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से इस साल 20 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं करवाई जा रही हैं लेकिन प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने शिक्षा बोर्ड के इस फैसले पर ऐतराज जताना शुरू कर दिया है.
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का पत्र लिखकर मांग की है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं भी सीबीएसई के पैटर्न पर करवाई जाएं.राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने बताया कि छात्र हित में देखते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को यह फैसला लेना चाहिए क्योंकि सीबीएसई की दो परीक्षाओं के बीच में 2 से 3 दिन का अंतराल होता है ऐसे में छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए टाइम टेबल का पैटर्न भी सीबीएसई के अनुसार ही किया जाना चाहिए ताकि विद्यार्थियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव न बने और वह अपना प्रदर्शन उत्कृष्ट कर सके. माध्यमिक शिक्षा की बोर्ड की परीक्षा में पूरे राजस्थान में करीब 6000 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं तथा इसमें करीब 20 लाख से अधिक बच्चे बोर्ड परीक्षा देंगे.