नए वित्तीय वर्ष (2020-21) के लिए राज्य की बजट तैयारी तेज हो गई है। इस बार बजट एक लाख करोड़ के पार जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए सचिव स्तर की वार्ता का दौर 11 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इस दिन विमानन, सहकारिता, नगरीय प्रशासन, उच्च शिक्षा, खनिज, पर्यटन के अलावा आवास एवं पर्यावरण विभाग के सचिव विभाग की योजनाओं को लेकर वित्त विभाग के अफसरों के साथ चर्चा करेंगे।
विभागीय सचिव अपनी योजनाओं की आवश्यकता उसके लिए बजट आदि के संबंध में बात करेंगे। बैठकों का यह दौर 19 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद मंत्री स्तर पर चर्चा शुरू होगी, इसके इस महीने के अंत या जनवरी में शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।
दो बार से लाख करोड़ से अधिक का बजट
दो वित्तीय वर्ष से राज्य का कुल बजट एक लाख करोड़ के पार पहुंच रहा है। दो अनुपूरक बजट के साथ चालू वित्तीय वर्ष का बजट ही एक लाख करोड़ से अधिक का हो गया है। इस वर्ष का मूल बजट 95 हजार 899 करोड़ का था। वहीं, इससे पहले वाले वित्तीय वर्ष में तीन अनुपूरक के बाद कुल बजट का आकार एक लाख 50 हजार करोड़ से अधिक का हो गया था।
सात हजार करोड़ से शुरू हुआ था सफर
राज्य के बजट का सफर करीब 20 वर्ष पहले सात हजार करोड़ से शुरू हुआ था। 2001-02 में राज्य का कुल बजट सात हजार दो सौ करोड़ का था। यह बढ़ते- बढ़ते इस वर्ष 95 हजार करोड़ स्र्पये तक पहुंचा है।
चालू वित्तीय बर्ष का बजट (2019-20)
मुख्य बजट- 95,899 करोड़ 45 लाख
पहला अनुपूरक- 4,341. 52 करोड़
दूसरा अनुपूरक- 4, 546 .81करोड़
कुल बजट- 1, 04,787 करोड़
पिछले वित्तीय वर्ष का बजट (2018-19)
मुख्य बजट- 83,179 करोड़
पहला अनुपूरक- 4, 877 करोड़
दूसरा अनुपूरक- 2,433 करोड़
तीसरा अनुपूरक- 10,395 करोड़
कुल बजट- 1,50,170 करोड़