धान खरीद व्यवस्था पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्त रवैया अपनाते हुए मॉनिटरिंग के लिए सीधे मुख्य सचिव आरपी मंडल को मैदान में उतारा। उन्होंने मुख्य सचिव को दो दिन के लिए हेलीकॉप्टर उपलब् कराया है और कहा है कि वे ज्यादा से ज्यादा धान खरीद केंद्रों का औचक निरीक्षण करके जानकारी दें।
पहले दिन सोमवार को मुख्य सचिव पड़ासी राज्यों की सीमा से सटे चार जिलों के आठ केंद्रों में पहुंचे और तौल सिस्टम व धान की गुणवत्ता की जांच की। मुख्य सचिव ने केंद्र प्रभारियों को पहले छोटे और मध्यम श्रेणी के किसानों का धान खरीदने के लिए कहा है। वहीं, धान बेचने पहुंचे किसानों से अपील की कि वे किसी प्रकार की अफवाहों या भ्रामक बातों में न आएं।
राज्य सरकार ने एक दिसंबर से धान खरीद शुरू किया है। 25 सौ स्र्पये प्रति क्विंटल पर धान खरीद करने पर राजधानी में किसानों ने आभार रैली निकाली थी और मुख्यमंत्री का सम्मान किया था। इस दौरान कुछ किसानों ने धान खरीद केंद्रों में छोटी-छोटी समस्याएं भी बताई थीं, जिसे मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। मुख्य सचिव को दौरे पर निकलने के लिए कहा।
मुख्य सचिव अपने साथ खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और राज्य विपणन संघ की प्रबंध संचालक शम्मी आबिदी को लेकर हेलीकॉप्टर से राजनांदगांव जिले के चिरचारी, कबीराम जिले के रेंगाखार, मुंगेली जिले के पंडरभट्टा, बिलासपुर जिले के कोटा, पिपरसरई, भरारी, नेवरा और जांजगीर-चांपा जिले के चारपारा खरीद केंद्र में औचक निरीक्षक करने पहुंचे। उन्होंने केंद्र के प्रभारियों और धान बेचने आए किसानों से अलग-अलग चर्चा की। अपने सामने कुछ बारदानों में धान का नाप-तौल कराया। नमी और कांटा-बांट की जांच की।
राजस्व विभाग के अनुविभागीय अधिकारियों, खाद्य अधिकारियों, तहसीलदारों और समिति प्रबंधकों से कहा कि किसानों को किसी तरह से परेशानी नहीं होने चाहिए। अवैध रूप से धान बेचने वाले कोचियों और बिचौलियों पर लगातार निगरानी रखें और पकड़े जाने पर उनके खिलाफ एफआईआर कराई जाए।
किसानों से कहा-निश्चिंत रहें 25 सौ ही मिलेगा
मुख्य सचिव मंडल ने कहा किसान किसान निश्चिंत रहें, उनसे 25 सौ स्र्पये प्रति क्विंटल पर ही धान की खरीद की जा रही है। धान खरीद की राशि किसानों के खाते में सीधे जमा कराई जा रही है।