जिले के पृथ्वीपुर के दौरे पर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में कांग्रेस की हार को निराशाजनक बताया है। उन्होंने हार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की हार हमारी पार्टी के लिए बेहद निराशाजनक है। अब हमें एक नई विचारधारा और नई कार्य प्रक्रिया की तत्काल आवश्यकता है। देश बदल गया है, इसलिए हमें देश के लोगों के साथ नए तरीके से सोचने और जुड़ने का विकल्प चुनना होगा।
सिंधिया गुरुवार को पृथ्वीपुर के दौरे पर थे। यहां उनके खेमे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी और पृथ्वीपुर से विधायक व मंत्री ब्रजेंद्र सिंह प्रमुख रूप से शामिल रहे। इसके पहले उन्होंने ओरछा में श्रीराम राजा सरकार मंदिर भी गए और वहां पर दर्शन किए। वह यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस पर अस्तित्व का संकट ही खड़ा हो गया है। 2015 और अब 2020 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला है। ऐसे में अब पार्टी के निर्णयों पर सवाल खड़े होने लगे हैं। सिंधिया ने पार्टी को नई सोच की जरूरत बताने के साथ ही देश के बदलने की बात भी कही है। सिंधिया ने कहा कि पार्टी को कार्यप्रणाली बदलने की जरूरत पर भी बल दिया है।
इसके पहले कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी भी पार्टी की हार पर आलाकमान सहित राज्य इकाई के नेताओं पर बड़े सवाल खड़े कर चुकी हैं। शर्मिष्ठा ने ट्वीट कर कहा था- सर, मैं जानना चाहती हूं- क्या कांग्रेस ने भाजपा को हराने का काम राज्य की पार्टियों को आउटसोर्स किया है? यदि नहीं, तो हम अपनी हार को लेकर चिंतित होने की बजाय आप की जीत पर क्यों खुश हो रहे हैं? अगर ऐसा है तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी को बंद कर देना चाहिए।