महाराष्ट्र सरकार ने जहां एक ओर सरकारी कर्मचारियों को सप्ताह में दो दिन छुट्टी देने का फैसला लिया है, वहीं, दूसरी ओर सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने सभी कॉलेजों में कामकाज की शुरूआत राष्टगान से शुरू करने की बात कही है। इस संबंध में सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है।
जारी अधिसूचना के अनुसार छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती यानि 19 फरवरी से प्रदेश के सभी कॉलेजों में राष्ट्रगान गाना अनिवार्य होगा। राज्य सरकार में मंत्री उदय सामंत ने सरकार के इस बड़े फैसले को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि हमने राष्ट्रगान को लेकर कुछ दिन पहले यह फैसला लिया था। निर्णय के अनुसार, राज्य के कॉलेजों में कामकाज राष्ट्रगान के साथ शुरू होगा। कॉलेजों में राष्ट्रगान अनिवार्य करने का यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। इसे प्रभावी बनाने को लेकर एक अधिसूचना जारी की जाएगी।
इससे पहले सरकार ने शासकीय सेवा में लगे कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य के सरकारी कर्मचारियों को अब हफ्ते में सिर्फ 5 दिन काम करना होगा और उन्हे अब दो दिन का अवकाश मिलेगा। यह फैसला राज्य में 29 फरवरी से लागू होगा। उद्धव कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आपातकालीन सेवाओं को इस नए वर्किंग प्रोग्राम से बाहर रखा जाएगा।
वहीं, सरकार ने पिछले महीने प्रदेश के सभी स्कूलों में 26 जनवरी से संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाना अनिवार्य किया था। इसके बाद से प्रदेश के सभी स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जा रहा है। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार राज्य से सभी स्कूलों में 10वीं कक्षा तक मराठी भाषा की पढ़ाई भी अनिवार्य करने की तैयारी कर रही है।