बिलासपुर में फिर एक कांग्रेस नेता के मारपीट करने का मामला सामने आया है। इस बार शहर कांग्रेस के सचिव हरमेंद्र शुक्ला और ठेकेदार संजय गुप्ता के बीच जमकर मारपीट हुई है। इतना ही नहीं वीडियों में कांग्रेस नेता के दोनों बेटे भी दिखई दे रहे हैं। जो दूसरे पक्ष के साथ जमकर मारपीट कर रहे हैं। घटना के वीडियो भी अब सोशल मीडिया में वायरल है। जिसमें दोनों पक्ष एक दूसरे पर जमकर लात-घूंसे चलाते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेता और ठेकेदार एक दूसरे को जमीन में पटककर हाथापाई भी कर रहे हैं । फिलहाल सिविल लाइन पुलिस ने शिकायत पर कांग्रेस नेता और ठेकेदार दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पैसों के लेनेदेन से जुड़ा है मामला
जानकारी के मुताबिक मारपीट की ये घटना पैसों के लेनदेन को लेकर हुई है। ठेकेदार संजय गुप्ता को कांग्रेस नेता और पीडब्ल्यूडी ठेकेदार हर्मेंद्र शुक्ला से 7 लाख रुपए लेना है। दो साल पहले कांग्रेस नेता ने संजय गुप्ता के फर्म से इलेक्ट्रिकल का सामान लिया था। संजय के मुताबिक उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है और कांग्रेस नेता पैसा देने के नाम पर उन्हें घुमा रहा है।
तस्वीर में जो शख्स ब्लैक शर्ट में दिखाई दे रहा है। वह कांग्रेस नेता का बड़ा बेटा है।
इसी बात को लेकर शनिवार को संजय ने कांग्रेस नेता से कहा था। जिसके बाद इसी बात को लेकर दोनो पक्षों के बीच विवाद होने लगा, विवाद इतना बढ़ा कि, कांग्रेस नेता और ठेकेदार के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई। इसी लड़ाई में कांग्रेस नेता के बेटे और संजय की तरफ से भी कुछ लोग कूद गए और फिर जमकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। संजय का आरोप है कि कांग्रेस नेता ने पार्टी का धौंस दिखाकर गाली-गलौज भी की है।
नेता जी कह रहे-सब बेबुनियाद है
इधर, जब कांग्रेस नेता हरमेंद्र शुक्ला से इस बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि मारपीट के यह आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत हैं। अब पूरे मामला का वीडियो वायरल है। दोनों पक्षों ने इसकी शिकायत भी की है। जिस पर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
20 जून को लवे क्षेत्र के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोतीलाल थारवानी का ट्रैफिक आरक्षक के साथ बदसलूकी की थी।
कांग्रेस पार्टी में लगातार आ रहे अनुशासनहीनता के मामले
शहर में कांग्रेस नेताओं की बदसलूकी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले सीएम के कार्यक्रम में विधायक शैलेष पांडे के साथ ब्लॉक अध्यक्ष तैयब हुसैन द्वारा की गई हाथापाई का मामला भी खासा सुर्खियों में रहा था। इसको लेकर कांग्रेस की तरफ से जांच समिति भी गठित की गई थी। जिसने अपनी रिपोर्ट में तैयब हुसैन को दोषी माना था और पार्टी ने उनका पद छीन लिया था।
यह मामला थमा ही था की युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष शिवा नायडू और युवा नेता ऋषि कश्यप पर दिन दहाड़े दुकान पर कब्जा खाली कराने को लेकर जमकर मारपीट का आरोप लगा था। इस मामले में भी पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी। जिसके बाद आनन-फानन में कार्रवाई के नाम पर दोनों को निलंबित कर दिया गया था।
मोतीलाल थारवानी की गिरफ्तारी के बाद बिलासपुर विधायक भी तारबहार थाना पहुंच गए थे और जमकर हंगामा किया था।
इस मामले में तो विधायक भी पैरवी करने आए
वहीं 20 जून को रेलवे क्षेत्र के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोतीलाल थारवानी का ट्रैफिक आरक्षक के साथ गाली गलौज और मारपीट का वीडियो सामने आया था। जोकि काफी वायरल भी हुआ था। पूरी घटना के बाद मोतीलाल नागपुर फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने बाद में 26 जून को गिरफ्तार किया था। इस मामले में शहर विधायक शैलेश पांडे तारबहर थाने पहुंच गए थे। जहां उनकी टीआई से जमकर बहस भी हुई थी। विधायक ने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया था।