भारतीय बाजारों पर शुक्रवार को दबाव देखने को मिला और अंत में सेसेंक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद हुए. कारोबार के अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 182.75 अंक यानी 0.35 फीसदी की गिरावट के साथ 52,386.19 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 38.10 अंक यानी 0.24 फीसदी टूटकर 15,689.80 के स्तर पर बंद हुआ जबकि बैंक निफ्टी 202 अंक गिरकर 35072 के स्तर पर बंद हुआ.
एक कारोबारी दिन पहले यानी 8 जुलाई को सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) गिरावट के साथ बंद हुए थे. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 485.82 अंक यानी 0.92 फीसदी की गिरावट के साथ 52,568.94 के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी 151.75 अंक यानी 0.96 फीसदी टूटकर 15,727.90 के स्तर पर बंद हुआ था.
इकोनॉमिक रिकवरी पर वित्त मंत्रालय का बयान
इकोनॉमिक रिकवरी पर वित्त मंत्रालय का बयान सामने आया है. वित्त मंत्री ने कहा कि इकोनॉमी में रिवाइवल के संकेत दिख रहे हैं. उचित मॉनेटरी पॉलिसी के कारण रिवाइवल के संकेत नजर आ रहे है. बेहतर मॉनसून और अच्छी बुआई से महंगाई घट सकती है. मॉनेटरी पॉलिसी के कदमों से राहत की उम्मीद है.
सेक्टर्स के रिवाइवल में आरबीआई की कोशिश जारी है. उन्होंने आगे कहा कि कमोडिटी में इनपुट कॉस्ट का दबाव बना हुआ है. कमोडिटी कीमतों में रिकवरी से महंगाई का रिस्क बना हुआ है. महंगे ग्लोबल कमोडिटी से महंगाई बढ़ने के आसार हैं. सरकार के कदमों से क्रेडिट डिमांड बढ़ेगी. आर्थिक राहत पैकेज से CAPEX साइकल को बल मिलेगा.