चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक तीन घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी की टीएमसी की भारी जीत के बाद प्रशासनिक और पार्टी में जिम्मेदारी के विभाजन के साथ पार्टी बड़े आंतरिक परिवर्तनों की तैयारी चल रही है।
तृणमूल कांग्रेस ने जून में पार्टी में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ सिस्टम लागू करने की घोषणा की थी। पार्टी नेताओं के एक ही समय में राज्य सरकार और संगठन में एक से अधिक पदों पर रहने से रोकने के लिए ये फैसला लिया गया था। पार्टी नेता पार्थ चटर्जी ने इस घोषणा के समय संगठन में जल्द ही बदलाव की उम्मीद की बात कही थी।
प्रशांत किशोर का बढ़ा कद
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के लिए प्रमुख रणनीतिकार की भूमिका निभाने और पार्टी की जीत में अहम रोल निभाने वाले प्रशांत किशोर ने जून में हुए पार्टी की संगठनात्मक बैठक में भी हिस्सा लिया था। 5 जून को हुई पार्टी की कार्यसमिति और संगठन की बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की थी। वहीं टीएमसी ने प्रशांत किशोर की संस्था इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (आईपैक) के साथ अपना जुड़ाव 2026 में अगले विधानसभा चुनाव तक बढ़ा दिया था।
तृणमूल ने हाल ही में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में 213 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार राज्य की कमान अपने पास रखी। वहीं 77 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी राज्य में प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में सामने आई। टीएमसी की इस जोरदार जीत का श्रेय प्रशांत किशोर की कुशल रणनीति को दिया जाता है। प्रशांत किशोर ने चुनाव से पहले ही टीएमसी की जीत का दावा करते हुए कहा था कि अगर बीजेपी चुनाव में 100 से अधिक सीटें जीतती है तो वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे।