प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo olympics) में कांस्य (Bronze Medal) जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) के कप्तान मनप्रीत सिंह (Manpreet Singh) से फोन पर बात की है. प्रधानमंत्री ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह, मुख्य कोच ग्राहम रीड और सहायक कोच पीयूष दूबे से फोन पर बात की और टीम इंडिया को कांस्य पदक जीतने के लिए बधाई दी. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने मनप्रीत सिंह से कहा, ‘आपने इतिहास रचा है.’ प्रधानमंत्री ने मनप्रीत सिंह से कहा कि आज उनकी आवाज बुलंद लग रही है जबकि कल बेल्जियम से हार के बाद वह दमखम नहीं था.
अधिकारियों के मुताबिक मनप्रीत सिंह ने भारतीय टीम की लगातार हौंसला अफजाई करने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद दिया. इससे पहले मोदी ने ओलंपिक में 41 साल बाद पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम की जीत को ‘ऐतिहासिक’ करार दिया और कहा कि आज का दिन हर भारतीय की यादों में रहेगा.
भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व- प्रधानमंत्री
भारतीय टीम को जीत की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है. भारत ने एक रोमांचक मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से पराजित कर ओलंपिक में 41 साल बाद कांस्य पदक जीता. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘ऐतिहासिक! आज का दिन हर भारतीय की यादों में रहेगा. कांस्य पदक भारत लाने पर पुरुष हॉकी टीम को बधाई. इस उपलब्धि से उन्होंने पूरे देश का, खासकर युवाओं का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है. भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है.’
आठ बार की ओलंपिक चैंपियन और दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय टीम एक समय 1-3 से पिछड़ रही थी लेकिन दबाव से उबरकर आठ मिनट में चार गोल दागकर जीत दर्ज करने में सफल रही. भारत के लिए सिमरनजीत सिंह (17वें मिनट और 34वें मिनट) ने दो जबकि हार्दिक सिंह (27वें मिनट), हरमनप्रीत सिंह (29वें मिनट) और रूपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल किया. भारतीय टीम ने 1980 मास्को ओलंपिक में अपने आठ स्वर्ण पदक में से आखिरी पदक जीतने के 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीता है.