लेबनान की ओर से बुधवार को इजरायल पर रॉकेट हमले (Attack on Isreal) किए गए, जिसके जवाब में सेना ने गोलीबारी की. हालांकि अभी तक किसी नुकसान की कोई खबर नहीं आई है. जानकारी के मुताबिक, देश के उत्तरी हिस्से में संभावित रॉकेट हमले की चेतावनी के साथ खतरे का सायरन बजाया गया. टेलीविजन पर आ रही खबरों में बताया जा रहा है कि एक रॉकेट खुले इलाके में आकर गिरा और एक अन्य को इजरायल की रक्षा प्रणाली यानी ‘आयरन डोम’ ने नष्ट कर दिया.
Channel 12 की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के उत्तरी इलाके Kiryat Shmona में बुधवार दोपहर तीन रॉकेट दागे गए. ये रॉकेट पड़ोसी लेबनान (Lebanon) की सीमा से दागे गए थे. इनमें से दो रॉकेट इजराइल (Israel) के खुले इलाकों में गिरे, जिनसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा. वहीं एक रॉकेट लेबनान की सीमा में ही फट गया.
लेबनान के साथ लगती सीमा पर मेतुला में चेतावनियां जारी की गई. हाल के महीनों में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा माना जाता है कि लेबनान में स्थित फलस्तीनी समूहों ने गोलीबारी की है ना कि हिजबुल्ला ने. हिजबुल्ला को इजरायल के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जाता है. हालांकि इसकी संभावना कम है कि यह समूह हिजबुल्ला की अनुमति के बिना काम कर सके.
फिलीस्तीनी आतंकियों का हाथ होने की आशंका
रॉकेट दागे जाने की यह घटना इजराइल-लेबनान के मेतुला बॉर्डर पर हुई. पिछले कुछ महीने में इस बॉर्डर पर रॉकेट हमले की ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं. माना जा रहा है कि बुधवार को लेबनान की सीमा से किया गया रॉकेट हमला लेबनान में पैठ बना चुके फिलीस्तीनी आतंकियों का काम था.
लेबनान के दक्षिण हिस्से पर हिजबुल्ला का कब्जा
रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान के जिस हिस्से से बुधवार को इजराइल पर रॉकेट अटैक किया गया. उस इलाके पर हिजबुल्ला का शासन है. ऐसे में माना जा रहा है कि भले ही यह अटैक फिलीस्तीनी आतंकियों ने किया हो लेकिन इसमें हेज्बुल्लाह की भी सहमति जरूर रही होगी.